बीकानेर पूगल हत्याकांड -पति ने गला घोंटा, फिर खुद फांसी लगाई; दो मासूम बच्चे बचे



बीकानेर , 23 अक्टूबर। राजस्थान के बीकानेर जिले के पूगल क्षेत्र में 22-23 अक्टूबर 2025 की रात एक दांपत्य कलह ने त्रासदी का रूप ले लिया। मालाराम मेघवाल (उम्र लगभग 35 वर्ष) ने गुस्से में आकर पत्नी दरिया (उम्र लगभग 32 वर्ष) का गला घोंट दिया, फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के दो बच्चे (8 और 10 वर्ष के लड़का-लड़की) घटना के समय घर पर थे, लेकिन सो रहे थे और सुरक्षित हैं। पुलिस ने मामला हत्या और आत्महत्या का मानते हुए जांच शुरू कर दी है।




घटना का विवरण



स्थान और समय: चक दो एडी, पूगल थाना क्षेत्र (बीकानेर से लगभग 30 किमी दूर ग्रामीण इलाका)। घटना 22 अक्टूबर की देर रात (लगभग 11-12 बजे) हुई, लेकिन सुबह 23 अक्टूबर को आसपास के ग्रामीणों को पता चला।
कहानी: मालाराम और दरिया के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था, जो बीती रात भड़क गया। झगड़े के दौरान तैश में आकर मालाराम ने दरिया का गला घोंट दिया। मौत के बाद पछतावे में आया मालाराम ने घर में ही फांसी लगा ली। शव सुबह ग्रामीणों ने देखे और पूगल पुलिस को सूचना दी।
परिवार पृष्ठभूमि: मालाराम एक साधारण किसान परिवार से थे और खेतों में मजदूरी करते थे। दोनों का विवाह करीब 12 साल पहले (2013 के आसपास) हुआ था। कोई आर्थिक समस्या या बाहरी दबाव का उल्लेख नहीं, लेकिन दांपत्य कलह मुख्य कारण लगता है।
पुलिस जांच और प्रारंभिक निष्कर्ष
पुलिस कार्रवाई: पूगल थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। FSL (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को बुलाया गया, जो शवों का पोस्टमॉर्टम और सीन ऑफ क्राइम की जांच कर रही है।
सीओ अमरजीत सिंह चावला का बयान: “यह दांपत्य विवाद से उपजा मामला लगता है। गला घोंटने के निशान साफ हैं, और फांसी के सबूत मिले हैं। सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन पूछताछ जारी है।”
मामला दर्ज: IPC की धारा 302 (हत्या) और 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत केस दर्ज। ग्रामीणों और रिश्तेदारों से पूछताछ हो रही है।
बच्चों की स्थिति: दो मासूम बच्चे अब रिश्तेदारों के पास हैं। जिला प्रशासन ने उन्हें अस्थायी सहायता देने का आश्वासन दिया है।
संभावित कारण और पृष्ठभूमि
विवाद की जड़: स्थानीय स्रोतों के अनुसार, दांपत्य जीवन में छोटे-मोटे झगड़े आम थे, लेकिन रात का विवाद हिंसक हो गया। कोई बाहरी व्यक्ति या प्रेम त्रिकोण का संकेत नहीं।
ग्रामीण संदर्भ: पूगल जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में पारिवारिक विवाद कभी-कभी हिंसक रूप ले लेते हैं, लेकिन यह घटना दुर्लभ है। पुलिस ने पड़ोसियों से बयान लिए, जो झगड़े की आवाज सुनने की बात कह रहे हैं।
सोशल मीडिया और प्रभाव
लोकल हैंडल्स ने खबर शेयर की। एक पोस्ट में लिखा: “ग्रामीण परिवार का दर्द, दो बच्चे अनाथ।”
प्रभाव: घटना ने स्थानीय स्तर पर हलचल मचा दी। महिलाओं की सुरक्षा और पारिवारिक काउंसलिंग पर चर्चा शुरू। जिला कलक्टर ने परिवार को आर्थिक सहायता का ऐलान किया।

