बीकानेर के पूर्व CMHO डॉ. राजेश गुप्ता का हार्ट अटैक से निधन, डॉक्टर्स मीट के अगले ही दिन पसरा मातम


बीकानेर, 26 दिसम्बर। बीकानेर के चिकित्सा जगत के लिए आज का दिन अत्यंत दुखद रहा। शहर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) के पद पर अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे चुके वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश गुप्ता का शुक्रवार सुबह हृदयघात (हार्ट अटैक) के कारण अचानक निधन हो गया। कल रात तक एक सामाजिक समारोह में साथियों के साथ खुशियाँ बांट रहे डॉ. गुप्ता के निधन की खबर मिलते ही चिकित्सा महकमे और शहर में शोक की लहर दौड़ गई।


डॉक्टर्स मीट से लौटे थे घर, सुबह बिगड़ी तबीयत पारिवारिक सूत्रों और सहयोगियों के अनुसार, डॉ. गुप्ता गुरुवार रात जयपुर रोड स्थित एक रिसोर्ट में आयोजित ‘डॉक्टर्स बैच मीट’ में अपने परिवार के साथ शामिल हुए थे। वहां मौजूद चिकित्सकों ने बताया कि वे बेहद उत्साहित थे और सभी साथियों से मिल रहे थे। हालांकि, शुक्रवार सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। परिजन उन्हें गंभीर अवस्था में हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वस्कुलर सेंटर लेकर पहुंचे, जहाँ चिकित्सकों ने भरसक प्रयास किए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।


चेस्ट पेन को किया था नजरअंदाज सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र वर्मा ने इस दुखद घड़ी में महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि डॉ. गुप्ता को पिछले कुछ दिनों से सीने में दर्द की शिकायत थी। उन्होंने संभवतः इसे गंभीरता से नहीं लिया, जो अंततः जानलेवा साबित हुआ। डॉ. वर्मा ने सभी से अपील की है कि वे हृदय संबंधी किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें।
विभागीय उपलब्धियां और योगदान डॉ. राजेश गुप्ता बीकानेर के उन चुनिंदा अधिकारियों में शामिल थे, जिन्हें कई बार सीएमएचओ जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। वर्तमान सीएमएचओ डॉ. पुखराज साध से पूर्व, अपने छह महीने के कार्यकाल के दौरान उन्होंने बीकानेर में ‘जनता क्लिनिक’ जैसी जनहितकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी कार्यकुशलता और मिलनसार स्वभाव के कारण वे विभाग में अत्यंत लोकप्रिय थे।
चिकित्सा जगत में शोक डॉ. गुप्ता के असामयिक निधन पर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी, उप निदेशक डॉ. राहुल हर्ष सहित वरिष्ठ चिकित्सकों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उनके निधन को बीकानेर के स्वास्थ्य ढांचे के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया गया है।








