इको भारत’ क्यूआर स्टीकर बचाएगा दुर्घटना पीड़ितों की जान, मुख्यमंत्री भी कर चुके हैं सम्मानित


बीकानेर , 29 दिसंबर।सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों और आपातकालीन स्थितियों में देरी से मिलने वाली सहायता की समस्या को दूर करने के लिए बीकानेर के सपूत ने एक अनूठी पहल की है। ‘इको भारत’ स्टार्टअप द्वारा विकसित ‘स्मार्ट सेफ्टी क्यूआर स्टीकर’ अब सड़क सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है। सोमवार को बीकानेर के होटल वृंदावन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में स्टार्टअप के संस्थापक संपत सारस्वत बामनवाली ने इस डिजिटल सुरक्षा कवच के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की।


डिजिटल सुरक्षा कवच


बिना नंबर साझा किए मिलेगी मदद संपत सारस्वत ने बताया कि इको भारत क्यूआर स्टीकर एक ऐसा स्मार्ट कोड है, जिसे वाहनों पर लगाया जाता है। दुर्घटना की स्थिति में कोई भी राहगीर इस कोड को स्कैन कर वाहन मालिक के परिजनों, पुलिस और एम्बुलेंस को तत्काल सूचित कर सकता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें वाहन मालिक को अपना निजी फोन नंबर सार्वजनिक करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके अलावा, यदि वाहन गलत पार्किंग में खड़ा है, तो दूसरा व्यक्ति क्यूआर स्कैन कर मालिक को सूचना दे सकता है, जिससे आपसी विवादों से बचा जा सकेगा।
‘गोल्डन ऑवर’ में 50 प्रतिशत जान बचाने का दावा
प्रेसवार्ता के दौरान सारस्वत ने लॉ कमीशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि भारत में प्रतिदिन सड़क हादसों में औसतन 474 लोगों की मौत हो रही है। यदि दुर्घटना के पहले एक घंटे (गोल्डन ऑवर) में उपचार मिल जाए, तो 50 प्रतिशत जानें बचाई जा सकती हैं। इको भारत स्टीकर इसी समय अंतराल को कम करने का काम करता है। यूजर इस ऐप में अपना ब्लड ग्रुप जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी भी जोड़ सकते हैं, जो आपातकाल में डॉक्टरों के लिए बेहद मददगार साबित होती है।
12 देशों का अनुभव और 26 राज्यों में सक्रियता
मूलतः बीकानेर निवासी और वर्तमान में सूरत प्रवासी संपत सारस्वत ने इस स्टार्टअप को शुरू करने से पहले 12 देशों का भ्रमण कर सड़क सुरक्षा प्रणालियों का अध्ययन किया है। वर्तमान में यह स्टार्टअप देश के 26 राज्यों में सक्रिय है। इसकी उपयोगिता को देखते हुए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इसे प्रदेशभर में अनिवार्य करने के निर्देश भी दिए थे। हाल ही में जयपुर में आयोजित स्टार्टअप कॉन्क्लेव में प्रदेश के टॉप-10 स्टार्टअप्स में ‘इको भारत’ को चुना गया, जहाँ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संपत सारस्वत को 10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया।
लाइव डेमो और उपलब्धता
प्रेसवार्ता में संपत सारस्वत ने क्यूआर कोड स्कैन कर परिजनों तक सूचना भेजने का लाइव डेमो भी दिया। उन्होंने बताया कि गूगल प्ले स्टोर से ‘Eco Bharat’ ऐप डाउनलोड कर मात्र 30 सेकंड में इस स्टीकर को सक्रिय किया जा सकता है। यह किट कंपनी की वेबसाइट (www.ecobharat.co) और अधिकृत वितरकों के पास उपलब्ध है। इस अवसर पर प्रेमरतन तावनिया और गोपाल जोशी ने भी अपने विचार रखे।








