बीकानेर में रेस्टोरेंट और डेयरी बूथों पर बड़ी कार्रवाई, भारी मात्रा में अवधिपार सामग्री नष्ट


बीकानेर , 30 दिसम्बर। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्त के निर्देशानुसार प्रदेश भर में संचालित ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान के तहत बीकानेर में प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने सादुलगंज और पंचशती सर्किल जैसे व्यस्त इलाकों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एक नामी रेस्टोरेंट में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने पर खाद्य सामग्री नष्ट करवाई गई और दो डेयरी बूथों पर मानकों के उल्लंघन के विरुद्ध कार्रवाई की गई।


सादुलगंज के रेस्टोरेंट में मिलीं भारी कमियां, एक्सपायरी सामान का हो रहा था उपयोग अभिहित अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. पुखराज साध ने बताया कि सादुलगंज स्थित ‘मैसर्स चटोरे चेज दा फ्लेवर’ पर निरीक्षण के दौरान भारी लापरवाही सामने आई। रेस्टोरेंट में सफेद काली मिर्च, चने की दाल, लाल मिर्च और हल्दी पाउडर जैसे पैकेटों पर बैच नंबर, निर्माण तिथि और फूड लाइसेंस नंबर तक अंकित नहीं थे।


सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि किचन में सोया ड्रेसिंग, स्ट्रॉबेरी क्रश, क्रीम, ब्रेड और काजू सहित करीब 5 किलोग्राम से अधिक खाद्य सामग्री अवधिपार (एक्सपायरी) पाई गई, जिसे मौके पर ही नष्ट करवाया गया। इसके अतिरिक्त, वहां कार्यरत कर्मचारियों का मेडिकल सर्टिफिकेट भी उपलब्ध नहीं था। टीम ने दूध और चाट मसाले के दो नमूने लेकर जांच के लिए जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला भेजे हैं।
अवैध रूप से संचालित डेयरी बूथ पर लगा ताला एक अन्य कार्रवाई के दौरान पंचशती सर्किल स्थित दो सरस डेयरी बूथों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उरमूल डेयरी के प्रतिनिधि हरीश शर्मा भी टीम के साथ थे। जांच में पाया गया कि एक बूथ अपने आवंटित स्थान के बजाय अन्य स्थान पर संचालित हो रहा था और संचालक ने अनिवार्य खाद्य अनुज्ञा पत्र (फूड लाइसेंस) भी नहीं लिया था। इसे तुरंत प्रभाव से बंद करवा दिया गया।
डॉ. साध ने सख्त हिदायत दी है कि सभी डेयरी बूथों के लिए खाद्य अनुज्ञा पत्र लेना अनिवार्य है। साथ ही, किसी भी डेयरी बूथ पर पान मसाला, सिगरेट या अन्य नशीले पदार्थों का विक्रय पूरी तरह वर्जित है। यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो बूथ का आवंटन रद्द करने की कार्यवाही की जाएगी।
जांच दल की सक्रियता इस पूरी कार्यवाही को खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रवण कुमार वर्मा, भानू प्रताप सिंह, राकेश गोदारा और उरमूल डेयरी के हरीश शर्मा की टीम ने अंजाम दिया। विभाग ने स्पष्ट किया है कि मिलावटखोरों और नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।








