बीकानेर दीपावली हादसे 100 से ज्यादा लोग झुलसे



बीकानेर, 21 अक्टूबर 2025 . दीपावली के उत्सव के बीच आतिशबाजी ने खुशियों पर साया डाल दिया। बीकानेर शहर और आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों में 100 से अधिक लोग पटाखों की चपेट में आकर झुलस गए। सौभाग्य से, सभी मामलों में चोटें हल्की से मध्यम स्तर की रहीं, इसलिए किसी को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत नहीं आई। पीबीएम अस्पताल और जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की टीम 24 घंटे अलर्ट मोड में रही, जबकि मारवाड़ जन सेवा समिति ने त्वरित इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की।




झुलसने के कारण: ज्यादातर लोग अनार (फाउंटेन) और चकरी (ग्राउंड स्पिनर) फोड़ते समय चोटिल हुए। इनसे हाथ, पैर और चेहरे पर जलन हुई।
पोटाश हादसा: तीन लोगों को पोटाश (पोटैशियम नाइट्रेट, पटाखों का रसायन) की चपेट में आने से झुलसना पड़ा। इनकी चोटें शरीर के कई हिस्सों में फैलीं, लेकिन ट्रोमा सेंटर में तुरंत प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
कुल आंकड़े: ट्रोमा सेंटर में 80 से अधिक लोग पहुंचे, बाकी जिला अस्पताल और निजी क्लीनिकों में। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ जगह हल्की आग लगी, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
सेवा इंतजाम: मारवाड़ जन सेवा समिति के सदस्यों ने ट्रोमा सेंटर पर निःशुल्क दवाइयां और ड्रेसिंग की व्यवस्था की। संचालक रमेश व्यास ने बताया, “सभी घायलों का इलाज सामान्य स्तर पर ही रहा। हमने डॉक्टरों के साथ मिलकर त्वरित सहायता सुनिश्चित की।”



सहयोगी टीम:
समिति की ओर से रमेश व्यास, मुनीराम सोनी, चंदन ठाकुर, महेंद्र सांवरिया, महेंद्र ढाका और कालू पांडे ने अस्पताल प्रशासन के साथ मिलकर सेवाएं दीं। डॉक्टरों ने सहयोग की सराहना की और भविष्य में ऐसी तैयारियों पर जोर दिया।
थार एक्सप्रेस का जागरूकता संदेश
यह घटना आतिशबाजी के दौरान सावधानी की याद दिलाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को पटाखे न छुएं, सुरक्षित दूरी रखें और आग बुझाने के साधन तैयार रखें। दीपावली की रोशनी खुशियां बांटे, लेकिन सुरक्षा पहले!

