बीकानेर के सरकारी समाचार


- जनगणना 2027 : तहसीलवार ग्राम सूचियों को दिया गया अंतिम रूप
- जनगणना 2027 के सभी कार्य अति महत्वपूर्ण, अधिकारी लापरवाही ना बरतें – कलेक्टर
- जनगणना 2027 की पूर्व तैयारियों को लेकर एक दिवसीय कैंप का आयोजन
- गृह मंत्रालय से आई टीम की उपस्थिति में दिया गया अंतिम रूप
बीकानेर, 11 दिसंबर। जनगणना 2027 की पूर्व तैयारियों के अंतर्गत तहसीलवार ग्राम सूचियों को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार को एक दिवसीय कैंप का आयोजन जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। दिन भर चले इस कैंप में भारत सरकार के गृह मंत्रालय से आई चार सदस्यीय टीम के समक्ष ग्राम सूचियों को अंतिम रूप दिया गया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि जनगणना 2027 के सभी कार्य अति महत्वपूर्ण है। इसमें संबंधित अधिकारीगण किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें।



भारत सरकार के गृह मंत्रालय से आए उप निदेशक डॉ पुलकेश शर्मा ने बताया कि क्षेत्राधिकार परिवर्तन के संबंध में राज्य सरकार द्वारा प्राप्त सभी अधिसूचनाओं को सम्मिलित करते हुए अद्यतित ग्राम सूचियों के अंतिम रूप देने में गांवों की संख्या, राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार हिंदी व अंग्रेजी में गांवों के नाम, गांवों के क्षेत्रफल, मानचित्र इत्यादि को संबंधित तहसीलदार द्वारा प्रमाणित किया गया । यह भी सुनिश्चित किया गया कि नव सृजित गांवों को संबंधित ग्राम सूची में शामिल कर लिया गया है तथा विलोपित और स्थानांतरित गांवों को संबंधित ग्राम सूची से हटा दिया गया है।



उन्होंने बताया कि तहसीलदार द्वारा प्रमाणित सूचियों को संबंधित एसडीएम और एसडीएम व तहसीलदार द्वारा प्रमाणित सूचियों को जिला कलेक्टर के द्वारा अंतिम रूप से प्रमाणित किया गया। श्री शर्मा ने बताया कि इन सूचियों में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि नवसृजित गांव छूट ना जाए और जिन गांवों का क्षेत्राधिकार परिवर्तित हुआ है उसे उसी रूप में प्रमाणित किया गया है या नहीं। इसी प्रकार नगर सूचियां में नगर का नाम हिंदी अंग्रेजी वर्तमान क्षेत्रफल वर्तमान वार्ड संख्या को भी संबंधित चार्ज अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया गया।
प्रत्येक तहसील से ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के संबंध में संपूर्ण कवरेज का प्रमाण पत्र भी संबंधित चार्ज अधिकारी उपखंड अधिकारी के साथ जिला कलेक्टर एवं प्रमुख जनगणना अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया गया
अप्रैल से सितंबर -2026 तक चलेगा पहला चरण
उप निदेशक डॉ पुलकेश शर्मा ने बताया कि जनगणना का पहला चरण अप्रैल से सितंबर -2026 तक मकान सूचीकरण और आवास गणना की जाएगी तथा द्वितीय चरण फरवरी 2027 से जनसंख्या गणना की जाएगी। खास बात ये भी कि इस बार जनगणना डिजिटल माध्यम से की जाएगी, जबकि 2011 में इसके लिए आईसीआर तकनीक का उपयोग किया गया था। जनगणना 2027 में स्मार्टफोन के जरिये जानकारी एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है, साथी स्वयं करना साथ ही स्व गणना का विकल्प भी प्रदान किया गया है जिससे प्रक्रिया अधिक तेज और पारदर्शी हो सके।
जनगणना 2011 में ली गई थी 29 जानकारियां, अब लेंगे 33
डॉ पुलकेश शर्मा ने बताया कि 2011 की जनगणना में नागरिकों से 29 प्रकार की जानकारियां ली गई थी। जबकि जनगणना 2027 में लोगों से कुल 33 जानकारियां ली जाएंगी। इसमें नाम, भवन नम्बर जैसी सामान्य जानकारियों के अलावा कई महत्वपूर्ण सवाल होंगे। इस बार समय के हिसाब से जनगणना के प्रश्नों में बदलाव किया गया है। लोगों से इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप या कंप्यूटर है या नहीं। इंटरनेट सुविधा है या नहीं। क्या लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल स्मार्टफोन या कोई दूसरी डिवाइस यूज करते हैं। इस तरह के सवाल भी पूछे जाएंगे। इसके साथ ही लोग घर पर चावल, गेहूं, ज्वार, बाजरा, मक्का या इसके अलावा कौन सा मुख्य अनाज खाते हैं यह भी पूछा जाएगा।
इसके अलावा पेयजल का मुख्य स्रोत, गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था, नाली खुली हैं या पैक, खाना पकाने के लिए किस ईंधन का प्रयोग होता हैं, घर में शौचालय और परिवार इस्तेमाल के लिए शौचालय हैं या नहीं, इन सभी सवालों का जवाब देना होगा। इसके साथ ही लोगों से यह भी पूछा जाएगा कि वे एससी, एसटी या अन्य किस वर्ग से आते हैं। उनके घर में सदस्यों के रहने के लिए कुल के कितने कमरे हैं। घर में कार, जीप, मोटरसाइकिल, साइकिल क्या वाहन उपलब्ध हैं। ये तमाम जानकारियां ली जाएंगी। वहीं मकान में छत, दीवार और फर्श किससे बनी हैं, यह जानकारी भी इकट्ठा की जाएगी।
इस अवसर पर निगम कमिश्नर श्री मयंक मनीष, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री सुरेश कुमार यादव, गृह मंत्रालय से आए उपनिदेशक डॉ पुलकेश शर्मा, सांख्यिकी अन्वेषक प्रथम श्री महेन्द्र कुमार मीणा, सांख्यिकी अन्वेषक श्री योगेश बजाज, सुश्री अपैक्षा जैन समेत सभी एसडीएम, तहसीलदार, नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।
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जल संरक्षण हम सब का कर्तव्य,इसके लिए सतत प्रयास की जरूरत- कलेक्टर
संभाग स्तरीय वाटरशैड महोत्सव कार्यक्रम आयोजित
लाभार्थी संवाद और नववर्ष कैलेण्डर का किया गया विमोचन
जलग्रहण विकास से संबंधित विकास प्रदर्शनी भी लगाई गई
लोक कलाकारों ने पर्यावरण पर लघु नाटिका का किया मंचन
बीकानेर, 11 दिसंबर। जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने कहा कि जल संरक्षण हम सब का कर्तव्य है। इसके लिए हमें सतत प्रयास करना होगा। श्रीमती वृष्णि गुरुवार को रविंद्र रंगमंच पर संभाग स्तरीय वाटरशैड महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहीं थी। उन्होंने जल संरक्षण के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए इस तरह के कार्यक्रमों को वातावरण निर्माण के लिए आवश्यक बताया।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा नववर्ष कैलेण्डर का विमोचन किया गया तथा लाभार्थी संवाद आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जलग्रहण विकास से संबंधित विकास प्रदर्शनी भी लगाई गई तथा वर्तमान राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों का प्रचार-प्रसार किया गया। जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सोहनलाल ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया
कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम से हुई। कार्यक्रम में जयपुर से आए मुख्य वक्ता जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री आनन्द सिंह गहलोत ने कहा कि पीएमकेएसवाई 2.0 वाटरशैड महोत्सव राज्य सरकार द्वारा जल के महत्व को आमजन तक पहुंचाने का सकारात्मक प्रयास है, जिसमें विभिन्न तरह के फार्म पोंड, टांका निर्माण, चारागाह विकास, जोहड निर्माण, रिचार्ज साफ्ट, प्याऊ एवं रूफटॉप हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर आदि कार्य कराये जा रहे है, जिनका आमजन को लाभ हो रहा है।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रबंधक वाटरशैड श्री भूप सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए अभियान की संपूर्ण जानकारी दी। स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय के प्रो पी.एस.शेखावत तथा काजरी प्रोफेसर डॉ. बीरबल सिंह ने जल संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में भरत सिंह एवं पार्टी द्वारा पर्यावरण पर लघु नाटिका, माने खां एवं पार्टी द्वारा कठपुतली का मंचन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में बीकानेर संभाग के चारों जिलों से आए विभागीय अधिकारियों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक, आईईसी श्री गोपाल जोशी ने किया।
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रोजगार सहायता शिविर 17 को, विधायक ने लॉन्च किया क्यूआर कोड
बीकानेर, 11 दिसंबर। उप क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय द्वारा 17 दिसंबर को एमएम ग्राउंड में प्रातः 10 बजे से एक दिवसीय रोजगार सहायता शिविर आयोजित किया जाएगा। इसके लिए अब तक 16 नियोक्ताओं ने 864 वैकेंसी उपलब्ध करवाई है। गुरुवार को बीकानेर (पश्चिम) विधायक श्री जेठानंद व्यास ने नियोक्ताओं और युवाओं के पंजीकरण के लिए क्यूआर कोड का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा 5 वर्षों में 10 लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें रोजगार सहायता शिविरों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि शिविर का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए, जिससे बड़ी संख्या में युवा इसमें भाग ले सकें। उन्होंने क्यूआर कोड को शहर के प्रमुख महाविद्यालयों और स्थान पर लगाने के निर्देश दिए।
उप क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय के उपनिदेशक हरगोविंद मित्तल ने बताया कि नियोक्ताओं द्वारा ऑटोमोबाइल, सेरेमिक, ज्वेलरी फाइनेंस, सोलर, एजुकेशन और इंश्योरेंस से जुड़ी वैकेंसी उपलब्ध करवाई है। शिविर के लिए ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी रहेगी।
जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री द्वारका प्रसाद पचीसिया ने बताया कि शिविर के दौरान स्थानीय नियोक्ताओं का सहयोग रहेगा तथा स्थानीय स्तर पर वेकेंसी उपलब्ध करवाई जाएगी। जिला रोजगार अधिकारी चौधरी दिनेश कुमार ने बताया कि अभ्यर्थियों को अपने मूल दस्तावेज, पासपोर्ट साइज फोटो तथा रिज्यूम साथ लाना होगा।
इस दौरान जिला उद्योग संघ के सचिव वीरेंद्र किराडू, जुगल किशोर शर्मा, अनुज मित्तल, किशन चौधरी, अनिल आचार्य, सावन पारीक आदि मौजूद रहे।
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वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना: बीकानेर से रामेश्वरम के लिए रवाना हुआ वरिष्ठ यात्री
बीकानेर, 11 दिसंबर। देवस्थान विभाग की ओर से वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत बीकानेर से रामेश्वरम की यात्रा पर बीकानेर के 463 एवं चूरू के 237 वरिष्ठ नागरिक गुरुवार को बीकानेर रेलवे स्टेशन से रवाना हुए। बीकानेर संभाग से कुल 982 यात्री तीर्थ यात्रा हेतु रवाना हुए। यात्रियों को टिकट वितरण एवं नाश्ते एवं चाय की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर बने कैंप में की गई। यात्रियों को टिकट वितरण एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए देवस्थान विभाग बीकानेर कार्यालय से महेश शर्मा, अनुसुइया, सोनू शर्मा, कल्पिश शर्मा, पुरुषोत्तम, मोहन, किशोर शर्मा, राहुल कसेरा, अभिषेक श्रीमाली, गोपाल आचार्य, राजेंद्र राजपुरोहित, कैलाश, राजेश दाधीच एवं शिव ओझा, गिरिराज उपस्थित रहे।
निरीक्षक सोनिया रंगा ने बताया यह योजना पूरी तरह से निःशुल्क है। इस वातानुकूलित ट्रेन में यात्रियों की सुविधा हेतु एक चिकित्सक दो नर्सिंग स्टाफ, 28 अनुरक्षक एवं एक ट्रेन प्रभारी साथ में रहेगा।
यह ट्रेन हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन से रवाना होकर बीकानेर स्टेशन से यात्रियों को लेकर रवाना को रवाना हुई। यह रामेश्वरम एवं मदुरई की यात्रा पश्चात 18 तारीख को बीकानेर पहुंचेगी। सात दिवसीय यात्रा में बीकानेर संभाग में कुल 982 यात्री यात्रा करेंगे। संपूर्ण कार्यक्रम सहायक आयुक्त श्री गौरव सोनी के निर्देशन में आयोजित किया गया।
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अमृता हाट मेला: विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित, ओपन माइक में महिलाओं ने प्रतिभा का किया प्रदर्शन
बीकानेर, 11 दिसंबर। जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता द्वारा जयनारायण व्यास कॉलोनी स्थित ग्रामीण हाट में आयोजित संभाग स्तरीय अमृता हाट मेले का चौथे दिन गुरुवार को भी बड़ी संख्या में शहर वासियों ने अवलोकन किया और खरीदारी की।
महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक डॉ. अनुराधा सक्सेना ने बताया कि गुरुवार को खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान म्यूजिकल चेयर, रस्सा कस्सी का आयोजन किया गया। इसमें स्वयं सहायता समूह, आर्टीजन और स्टाफ के साथ 200 महिलाओं ने अपनी सहभागिता निभाई। निर्णायक के रूप में कोच जगजीत बावा, रेखा और सिद्धि मौजूद रहे। इन कार्यक्रमों में महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। म्यूजिकल चेयर में पूनम पंवार, नूतन खत्री और गायत्री, चम्मच दौड़ में उमा खुडिया, शशिकला और रौनक बागरेचा, रस्साकसी में टीम बी विजेता बनी। इसके पश्चात मैजिक शो में अभिजीत द्वारा मैजिक दिखाया गया। इसी शृंखला में ओपन माइक में सिंगिंग और पाइट्री के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। तीसरे दिन तक बिक्री 13.50 रुपए लाख रही। बाड़मेर के अजरक प्रिंट, श्रीगंगानगर के बंधेज और जरी वर्क के कपड़े, पोकरण के मिट्टी के बर्तन और जयपुर की जूट की गुड़िया को आमजन ने पसंद किया। इनके साथ ही क्लोचिंग से लेकर बीएसएफ की संस्कृति बावा भी रही। वहीं महिलाओं ने गीतों की प्रस्तुतियां दी। आयुर्वेद विभाग से प्रभारी डॉ. राजकुमार कुमावत ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः आठ बजे योगाभ्यास करवाया जाता है। इसी क्रम में शनिवार को योगा सेंशन योग प्रस्तुति एवं योग नृत्य करवाया जाएगा। मेला प्रातः 11 से रात्रि 9 बजे तक आमजन के लिए खुला रहेगा।
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राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल के दो वर्ष- जिलों मे होंगे विभिन्न कार्यक्रम
शनिवार को प्रभारी मंत्री रथों को दिखाएंगे हरी झंडी, 16 से जिला स्तरीय प्रदर्शनी
जिला कलक्टर ने की तैयारियों की समीक्षा
स्वच्छता, सड़क सुरक्षा, रक्तदान, रन फोर विकसित राजस्थान से जुड़ी गतिविधियों का भी होगा आयोजन
बीकानेर, 11 दिसंबर। राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल दो वर्ष पूर्ण होने पर जिले में 13 से 25 दिसम्बर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शनिवार को रथों की रवानगी के साथ इनकी शुरूआत होगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने गुरुवार को डीओआईटी सभागार में इनकी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम से संबंधित विभागीय अधिकारी प्रत्येक निर्देश की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करें। कार्यक्रमों का निर्धारित तिथियों के अनुसार आयोजन हो। इनमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के प्रयास किए जाएं। उन्होंने प्रत्येक कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी संबंधित अधिकारी के एसएसओ आईडी के माध्यम से आॅनलाइन करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक प्रचार रथ रवाना किया जाएगा। प्रभारी मंत्री शनिवार को इन्हें हरी झंडी दिखाएंगे। यह रथ पंद्रह दिनों तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार करेंगे। इसके लिए रूट का निर्धारण कर दिया गया है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम के संबंधित उपायुक्त तथा ग्रामीण क्षेत्रों में उपखण्ड अधिकारी इनके प्रभारी होंगे।
उन्होंने बताया कि 13 दिसम्बर को ही पंद्रह दिवसीय सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान की शुरूआत होगी। इसके तहत परिवहन विभाग द्वारा एक रथ रवाना किया जाएगा। वहीं आॅटो रिक्शा एवं दुपहिया वाहनों की रैली भी निकाली जाएगी। इस दौरान यातायात नियमों की पालना करने वाले का सम्मान और अवहेलना करने वालों को समझाइश के साथ एनर्फोसमेंट की कार्यवाही भी की जाएगी। वहीं कार्यालयों में ‘नो हेलमेट नो एंट्री तथा नो सीट बेल्ट नो एंट्री’ की व्यवस्था लागू की जाएगी।
इसी श्रृंखला में 14 दिसम्बर को स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसके तहत रतन बिहारी मंदिर परिसर में मुख्य कार्यक्रम होगा। इसके साथ ही अन्य मंदिरों, स्मारकों आदि की साफ-सफाई करवाई जाएगी। जिले में यह अभियान पंचायत स्तर पर अभियान चलेगा। स्वायत्त शासन व पंचायती राज इसके नोडल विभाग होंगे। इसी क्रम में 15 दिसम्बर को चिकित्सा विभाग द्वारा रक्तदान शिविर एवं आरोग्य कैम्प तथा पशुपालन विभाग द्वारा गौसेवा कार्यक्रम आयोजित होंगे।
जिला प्रशासन द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से जिला स्तरीय प्रदर्शनी 16 से 18 दिसम्बर तक रवीन्द्र रंगमंच में आयोजित की जाएगी। इसमें केन्द्र व राज्य सरकार की जिले से संबंधित महत्वपूर्ण उपलब्धियों के अलावा 30 से अधिक विभागों के स्टाॅल्स लगाए जाएंगे। इसी दिन सभी राजकीय कार्यालयों में एक घंटे का साफ-सफाई अभियान चलेगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि 17 दिसम्बर से सात दिवसीय ग्रामीण एवं शहरी समस्या समाधान शिविरों का आयोजन होगा। इसका कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। इसी श्रृंखला में राज्य स्तरीय 18 दिसम्बर को महिला सम्मेलन होगा। इस दौरान जिले में स्कूली बच्चियों को साइकिल वितरण तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा स्कूटी वितरण किया जाएगा। उन्नीस दिसम्बर को किसान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियों के निर्देश जिला कलक्टर ने दिए।
उन्होंने बताया कि युवा मामले और खेल विभाग द्वारा 21 दिसम्बर को रन फॉर विकसित राजस्थान का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए रूट निर्धारण सहित सभी अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिए। बाईस दिसम्बर को युवा रोजगार दिवस का आयोजन होगा। इस दौरान जिला स्तर पर युवाओं को नौकरियों के नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। ग्रामीण विकास विभाग इसका नोडल विभाग रहेगा। 23 दिसम्बर को पर्यावरण सरंक्षण अभियान चलेगा।
इसी श्रृंखला में 24 दिसम्बर को कॉनक्लेव, हवेलियों से हरियाली तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। पंच गौरव के तहत चयनित जिले के पर्यटन स्थल ‘करणी माता मंदिर’ परिसर में सफाई अभियान चलाया जाएगा। 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस का आयोजन होगा। इस दिन जिले के समस्त सरकारी कार्यालयों और अटल सेवा केन्द्रों आदि में प्रातः 9.30 बजे सुशासन की शपथ दिलाई जाएगी।
बैठक में नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सोहन लाल, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) श्री सुरेश कुमार यादव, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) श्री रमेश देव, बीकानेर विकास प्राधिकरण उपायुक्त श्री कुणाल राहड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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सामाजिक सुरक्षा पेंशनर्स का वार्षिक भौतिक सत्यापन 31 दिसम्बर तक करवाया जा सकेगा
बीकानेर, 11 दिसम्बर। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत जिले में 2 लाख 57 हजार 155 पेंशनर्स हैं। इनमें से 1 लाख 84 हजार 637 वृद्वजन पेंशनर्स, 56 हजार 530 विधवा पेंशनर्स, 15 हजार 152 विशेष योग्यजन पेंशनर्स तथा 836 कृषक वृद्वजन सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ ले रहे हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एल.डी. पंवार ने बताया कि वार्षिक भौतिक सत्यापन के लिए पात्र पेंशनर्स में से 1 लाख 39 हजार 831 (54.38 प्रतिशत) पेंशनर्स द्वारा अपना वार्षिक भौतिक सत्यापन करवाया गया है। उन्होंने बताया कि वार्षिक भौतिक सत्यायपन से शेष 1 लाख 17 हजार 323 पात्र पेंशनर्स को 31 दिसम्बर 2025 तक सत्यापन करवाना अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि विभागीय निर्देशानुसार सामाजिक सुरक्षा पेंशन नियमो के अनुसार समस्त पात्र पेंशनर्स को प्रत्येक वर्ष नवम्बर एवं दिसम्बर माह में वार्षिक भौतिक सत्यापन करवाया जाना अनिवार्य है। पेंशन लाभार्थी द्वारा ई-मित्र कियोस्क/ ई-मित्र प्लस आदि केन्द्रों पर अंगुली की छाप द्वारा बायोमैट्रिक्स से वार्षिक भौतिक सत्यापन करवा सकता है। इसके अलावा वार्षिक भौतिक सत्यापन हेतु विकसित एन्ड्राइड मोबाइल एप्प राजस्थान सोशल सिक्योरिटी पेंशन एंड आधार फेस आरडी के माध्यम से लाभार्थी के फेस रिकाग्निशन के आधार पर भी अपना सत्यापन करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यदि किसी पेंशनर के अंगुली की छाप, बायोमैट्रिक्स व फेस रिकाग्निशन के आधार पर भी वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं होने की स्थिति में पेंशनर को संबधित पेंशन स्वीकृतकर्ता अधिकारी (उपखण्ड अधिकारी/ विकास अधिकारी) द्वारा पेंशन पोर्टल एसएसपी डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगइन कर संबधित पेंशनर का पीपीओ नम्बर दर्ज करने पर उक्त पेंशनर के रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर भौतिक सत्यापन किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि उक्त सत्यापन की प्रकिया से पेंशनर का वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं होने पर पेंशनर को संबंधित स्वीकृतिकर्ता अधिकारी के कार्यालय में स्वयं के दस्तावेजों यथा पीपीओ, जनआधार आदि के साथ व्यक्तिशः उपस्थित होना होगा। उनके दस्तावेजों की जांच के आधार पर संबधित स्वीकृतिकर्ता अधिकारी द्वारा उनका वार्षिक भौतिक सत्यापन किया जाएगा। भौतिक सत्यापन करते समय संबंधित स्वीकृतिकर्ता अधिकारी के आधार से जुड़े मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा, जिसके माध्यम से पेंशनर का वार्षिक भौतिक सत्यापन किया जा सकेगा। वार्षिक सत्यापन के समय स्वीकृतिकर्ता अधिकारी द्वारा एक घोषणा का चयन करना होगा जिसमे उल्लिखित होगा कि ‘मैने पेंशनर के दस्तावेजों की व्यक्तिशः जांच लिया है एवं पेंशनर मेरे समक्ष व्यक्तिशः उपस्थित हुआ है।’
उन्होंने बताया कि ऐसे पेंशनर्स जो अत्यधिक वृद्धावस्था (शारीरिक एवं मानसिक अक्षम) जो घर से बाहर जाने में असमर्थ है एन्ड्राइड मोबाइल एप्प के माध्यम से इनका वार्षिक भौतिक सत्यापन करवाया जाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि संबंधित स्वीकृतकर्ता अधिकारी (उप खण्ड अधिकारी/विकास अधिकारी) का दायित्व होगा कि वे निर्धारित समयावधि में प्रक्रिया अनुसार पेंशन लाभार्थियों का वार्षिक भौतिक सत्यापन 31 दिसम्बर, 2025 तक करवाया जाना सुनिश्चित करवाएं।
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आरसेटी की बैठक 15 को
बीकानेर, 11 नवम्बर। आरसेटी बीकानेर की सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही की जिला स्तरीय समिति की बैठक 15 दिसंबर को जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सायं 4:30 बजे आयोजित की जाएगी। आरसेटी के निदेशक श्री रूपेश शर्मा ने यह जानकारी दी।
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राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर विशेष
2 सालः नव उत्थान – नई पहचान, बढ़ता राजस्थान- हमारा राजस्थान
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में भर्ती की क्रांति
युवाओं के सपने हो रहे पूरे, 92 हजार से अधिक को मिली सरकारी नियुक्तियां
पेपरलीक पर प्रभावी रोकथाम, पारदर्शिता के साथ 296 प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित
जयपुर, 11 दिसम्बर। राज्य सरकार ने दो वर्षों में भर्ती परीक्षाओं के आयोजन को पारदर्शी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर गठित एसआईटी (विशेष अनुसंधान दल) की सक्रिय भूमिका ने भर्ती परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ियों पर न केवल प्रभावी अंकुश लगाया, बल्कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर परीक्षा प्रणाली के प्रति युवाओं के विश्वास को भी बढ़ाया है। आज प्रदेश की भर्ती परीक्षा प्रणाली पूर्ण रूप से सुरक्षित बन रही है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी श्री विशाल बंसल ने बताया कि एसआईटी के गठन के बाद से राजस्थान लोक सेवा आयोग, राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड और अन्य भर्ती बोर्डों द्वारा 06 नवंबर 2025 तक कुल 296 छोटी-बड़ी परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गई और एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार की अनेक भर्ती परीक्षाएं तथा विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा आयोजित परीक्षाएं भी बिना किसी अनियमितता के सुचारू रूप से संपन्न हुईं।
एसआईटी की सक्रियता से परीक्षा प्रणाली हुई सुरक्षित
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भर्ती प्रणाली में विश्वसनीयता लौटी है। इसमें एसआईटी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। एसआईटी की सक्रियता से पूरे तंत्र में अभूतपूर्व बदलाव आया है। परीक्षा लीक गिरोहों और नकल माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर एसआईटी ने परीक्षा प्रणाली को सुरक्षित बनाया है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने पेपरलीक के मामलों की त्वरित जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए 16 दिसंबर 2023 को एसआईटी (विशेष अनुसंधान दल) का गठन किया था।
138 एफआईआर दर्ज, 394 आरोपी गिरफ्तार
एसआईटी के गठन के पश्चात डमी अभ्यर्थियों, फर्जी डिग्री और भर्ती परीक्षा संबंधी अन्य अनियमितता के संबंध में पुलिस थाना एसओजी ने 06 नवंबर 2025 तक कुल 138 एफआईआर दर्ज की हैं। इन सभी प्रकरणों में अब तक कुल 394 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो संगठित अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है।
हाई-प्रोफाइल मामलों में निर्णायक कार्रवाई
एडीजी श्री बंसल ने बताया कि एसआईटी ने बड़े और हाई-प्रोफाइल मामलों में भी निर्णायक कार्रवाई की है। एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में गड़बड़ी करने के आरोप में आरपीएससी के एक निलम्बित सदस्य और एक पूर्व सदस्य को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में कुल 132 आरोपी गिरफ्तार किए गए, जिनमें 61 प्रशिक्षणरत उप निरीक्षक और 6 चयनित उपनिरीक्षक (जिन्होंने जॉइन नहीं किया) सहित 67 उप निरीक्षक शामिल हैं। इसके अलावा, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2018 में पेपर लीक के मुख्य आरोपी, टीसीएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जगजीत सिंह को को भी गिरफ्तार किया गया है।
1.53 पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन
राज्य सरकार ने दो वर्ष के कार्यकाल में अब तक 92 हजार से अधिक नियुक्तियां प्रदान की है। यह पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियों दी गई और परीक्षाओं का संचालन पूर्ण पारदर्शिता के साथ हुआ। वर्तमान में 1.53 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है।
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मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गोपालकों के कल्याण के लिए संकल्पबद्धता से कार्य कर रही राज्य सरकार
बीकानेर, 11 दिसंबर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा गोपालकों के कल्याण के लिए संकल्पबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। बीकानेर जिला भी मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कार्य करते हुए गोपालकों को संबल दे रहा है।
राज्य सरकार की मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के तहत उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (उरमूल डेयरी) द्वारा दिसम्बर 2023 से अक्टूबर 2025 तक औसतन प्रतिमाह जिले के 2 हजार 640 दुग्ध उत्पादकों को 3,390 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। डेयरी के प्रबंध निदेशक श्री बाबू लाल बिश्नोई ने बताया कि इस अवधि में 54 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का पंजीकरण करवाया गया तथा 956 नए दुग्ध उत्पादक सदस्य बनाए गए। डेयरी के 41 नए बूथ भी आवंटित किए गए। नवीन तकनीकों के बारे में जागरूक करने हेतु संचालक मंडल एवं सदस्यों को देश की विभिन्न डेयरियों का अध्ययन भ्रमण करवाया गया।
ऊंटनी के दूध से निर्मित मीठे एवं नमकीन बिस्किट की लांचिंग 31 जनवरी 2025 को की गई। उरमूल डेयरी द्वारा दूध में मिलावट की जांच के लिए गैस क्रोमेटोग्राफी मशीन का शुभारम्भ किया गया। साथ ही दुग्ध अवशीतन केन्द्रों पर दूध में मिलावट की जांच के इलेक्ट्रॉनिक किट स्थापित कर इनके उपयोग की जानकारी भी प्रदान की गई।
डेयरी परिसर में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 100 किलोलीटर क्षमता का आरसीसी ओएचएसआर बनाया गया है। उरमूल डेयरी द्वारा एन.पी.डी.डी. प्रोजेक्ट के तहत किसानों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाए गए हैं। इनमें अलग-अलग समितियों पर बड़ी संख्या में दुग्ध उत्पादकों एवं किसानों ने भाग लिया गया हैं। डेयरी द्वारा ‘वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान’ के तहत दुग्ध उत्पादकों को पौध का वितरण किया गया है। इसी प्रकार गोपालन विभाग द्वारा दूध प्रसंस्करण संयंत्र के उन्नयन एवं सुदृढ़ीकरण कार्यों हेतु कार्यादेश जारी किए गए हैं।
कुल मिलाकर राज्य सरकार द्वारा डेयरी और गोपालन विभाग के माध्यम से गोपालकों के कल्याण की दिशा में अनवरत प्रयास किए जा रहे हैं।
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सैकड़ों दीदियां बनेंगी लखपति, बीमा सखी की नियुक्ति के लिए शिविरों का होगा आयोजन
बीकानेर, 11 दिसंबर। लखपति दीदी योजना के तहत बीमा सखी का चयन करने के लिए शिविरों का आयोजन किया जाएगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सोहनलाल ने बताया कि जिले की जिले में 500 लखपति दीदी की नियुक्ति योजना के तहत 13 व 14 दिसंबर 2025 को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति कार्यालय में तथा 20 और 21 दिसंबर 2025 को लूणकरणसर पंचायत समिति कार्यालय में शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने संबंधित विकास अधिकारियों को इन शिविरों में पंचायत समिति की समस्त महिला अधिकारी, कर्मचारी, राजीविका से समस्त महिलाएं तथा महिला अधिकारिता विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के समस्त स्टाफ को उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी की नियुक्ति के लिए सिर्फ महिलाएं ही पात्र होंगी। न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष रहेगी वह शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होगी। उन्होंने राजीविका के जिला परियोजना प्रबंधक एवं महिला एवं बाल विकास को इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं।
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