9 जनवरी से मरुधरा पर बिखरेगी लोक संस्कृति की छटा; पहली बार बर्ड फेस्टिवल और पैरामोटरिंग का होगा रोमांच


- बीकानेर अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव 2026
बीकानेर, 23 दिसम्बर. रेगिस्तान के जहाज ‘ऊंट’ के सम्मान और राजस्थानी संस्कृति के जश्न का प्रतीक ‘अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव’ इस बार 9 से 11 जनवरी 2026 तक आयोजित किया जाएगा। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम प्रशासन सुरेश यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया और आधिकारिक पोस्टर का विमोचन किया गया। इस वर्ष के उत्सव की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें पर्यटन के साथ-साथ वन्यजीव संरक्षण को जोड़ते हुए ‘बर्ड फेस्टिवल’ और साहसिक खेलों के शौकीनों के लिए ‘पैरामोटरिंग’ को भी शामिल किया गया है।


आसमान में उड़ान और जोहड़बीड़ में पक्षियों का दीदार पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अनिल राठौड़ ने बताया कि 10 जनवरी को जोहड़बीड़ स्थित लव-कुश वाटिका में ‘बर्ड फेस्टिवल’ का आयोजन होगा, जहाँ पर्यटक 6 प्रकार के गिद्धों और शिकारी पक्षियों को देख सकेंगे। वहीं, रोमांच प्रेमियों के लिए सादुल क्लब और रायसर के धोरों पर ‘पैरामोटरिंग’ और ‘जॉय राइडिंग’ का आयोजन होगा, जिससे बीकानेर का एरियल व्यू (हवाई नज़ारा) लिया जा सकेगा।


‘आवण री मनुहार’ से शुरू होगा उत्सव उत्सव की औपचारिक शुरुआत से पहले 2 जनवरी को बीकानेरी परंपरा के अनुसार ‘पीले चावल’ बांटकर शहरवासियों को आमंत्रित किया जाएगा। मुख्य आयोजन 9 जनवरी को ‘हेरिटेज वॉक’ के साथ शुरू होगा, जो लक्ष्मीनाथ मंदिर से रामपुरिया हवेली तक निकलेगी। उत्सव के दौरान मिस्टर बीकाणा, मिस मरवण और ढोला-मारू जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएं धरणीधर ग्राउंड पर आयोजित होंगी। इसके अलावा, बीकानेर के स्वाद को बढ़ावा देने के लिए ‘फूड फेस्टिवल’ का भी आयोजन किया जाएगा।
रेत के समंदर में एडवेंचर और लोक संगीत की शाम 11 जनवरी को रायसर के मखमली धोरों पर ग्रामीण खेलों का आयोजन होगा, जिसमें देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच रस्साकशी और मटका दौड़ जैसी रोचक स्पर्धाएं होंगी। उत्सव का भव्य समापन ‘रंगीलो राजस्थान’ कार्यक्रम के साथ होगा, जिसमें देश भर के लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। विशेष आकर्षण के रूप में जसनाथी संप्रदाय के कलाकारों द्वारा धधकते अंगारों पर किया जाने वाला ‘अग्नि नृत्य’ दर्शकों को रोमांचित करेगा।








