नौकरी के नाम पर ‘ठगी की क्लास’: 42 लोगों से 5.80 करोड़ हड़पने वाला कोचिंग संचालक फरार


बीकानेर, 21 दिसम्बर। सरकारी नौकरी का सपना देखने वाले बेरोजगार युवाओं को अपना शिकार बनाने वाले एक शातिर ठग का सनसनीखेज मामला सामने आया है। झुंझुनूं और श्रीगंगानगर में कोचिंग सेंटर चलाने वाले जयगणेश सोनी नामक व्यक्ति ने पिछले दो वर्षों में बीकानेर संभाग के 42 लोगों से करीब 5.80 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपी इतना शातिर है कि वह बड़े नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अपनी फोटो दिखाकर युवाओं को झांसे में लेता था और फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें नौकरी का भरोसा दिलाता था।


अफसरों के साथ फोटो और फर्जी दस्तावेजों का खेल
पुलिस जांच में सामने आया है कि जयगणेश सोनी कर्मचारी चयन आयोग (SSC) और आरपीएससी (RPSC) में अपनी ऊँची पहुँच होने का दावा करता था। वह बेरोजगार युवकों के शैक्षणिक दस्तावेज लेकर उन्हें सरकारी चयन के फर्जी नियुक्ति पत्र थमा देता था। ठगी के इस खेल में उसकी पत्नी और ससुराल पक्ष के लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। अकेले बीकानेर शहर में ही उसने 2.58 करोड़ रुपये की ठगी की है, जिसमें नगर निगम में सफाई कर्मचारी बनवाने के नाम पर 31 युवाओं से सवा करोड़ से अधिक की वसूली और एक ही परिवार से 50 लाख रुपये हड़पने जैसे मामले शामिल हैं।


9 शहरों में 20 करोड़ का ‘नेटवर्क’
हैरानी की बात यह है कि आरोपी जयगणेश पिछले आठ वर्षों में राजस्थान के नौ अलग-अलग शहरों में करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है। अप्रैल 2024 में सूरतगढ़ पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, लेकिन हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह फिर से फरार हो गया है। बीकानेर रेंज के आईजी हेमंत शर्मा ने जब पुराने मामलों की फाइलें तलब कीं, तो ठगी के इस विशाल साम्राज्य का पर्दाफाश हुआ। आरोपी के खिलाफ बीकानेर के मुक्ताप्रसाद, गंगाशहर, जेएनवी कॉलोनी और सदर थाने सहित संभाग के कई थानों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की रडार पर आरोपी, फाइलें हुईं तलब
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी हेमंत शर्मा ने स्पष्ट किया है कि आरोपी के खिलाफ दर्ज सभी मामलों की सघन जांच की जा रही है। उन्होंने बीकानेर संभाग के पांच प्रमुख मामलों की फाइलें खुद जांचने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, जमानत पर छूटने के बाद आरोपी का पुलिस के हत्थे न चढ़ना कई सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस अब जयगणेश सोनी और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दे रही है ताकि पीड़ित बेरोजगारों को न्याय मिल सके।








