करुणा पखवाड़े के तहत अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर कविता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन



बीकानेर ,11 अक्टूबर। करुणा क्लब इकाई द्वारा शांति विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय, शीतला गेट, बीकानेर के प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर करुणा पखवाड़े के तहत कविता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में करुणा क्लब की टीम और गाइड सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई रमेश कुमार मोदी ने बताया कि 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस को आधिकारिक रूप से घोषित किया था, और इसे 11 अक्टूबर 2012 को पहली बार विश्व स्तर पर मनाया गया। इस दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा, भेदभाव और हिंसा को समाप्त करना, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना, और भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता लाना है। उन्होंने सभी बालिकाओं को निरंतर प्रगति करने और समाज में प्रेरणास्पद भूमिका निभाने का आशीर्वाद दिया।




हनुमान छींपा ने कहा कि यह दिवस बालिकाओं के योगदान, संघर्ष और क्षमता को पहचानने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित है। उन्होंने संस्था की पूर्व बालिकाओं के उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि इन बालिकाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर खेल, स्काउट गाइड, शिक्षा (डॉक्टर की उपाधि) और करुणा क्लब में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर उच्चतम स्थान प्राप्त किया है। यह दर्शाता है कि बालिकाएं हर क्षेत्र में अग्रणी हैं।



सौरभ बजाज ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के साथ-साथ राष्ट्रीय बालिका दिवस भी प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह दिवस हमें याद दिलाता है कि आज की बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
कविता और भाषण प्रतियोगिता
कार्यक्रम में करुणा क्लब की बालिकाओं वंशिका बडगुजर, अक्षरा टाक, सारा सुलेमानी, साक्षी बडगुजर आदि ने कविता और भाषण प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इन प्रस्तुतियों ने बालिकाओं की प्रतिभा और आत्मविश्वास को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम का महत्व
यह आयोजन बालिकाओं को सशक्त बनाने, उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने और समाज में उनकी भूमिका को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। करुणा क्लब और शांति विद्या निकेतन विद्यालय ने इस अवसर पर बालिकाओं की प्रगति और उपलब्धियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन: करुणा क्लब की टीम ने कुशलतापूर्वक किया।
