बीकानेर में 7 नवंबर को गौशाला बचाओ महाआंदोलन की तैयारी, तुलसी सर्किल पर बैठक आयोजित



बीकानेर, 14 अक्टूबर। बीकानेर गौशाला संघ ने आज तुलसी सर्किल पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया, जिसमें 7 नवंबर को होने वाली संभाग स्तरीय गौशाला संचालकों की विशाल सभा की तैयारियों पर चर्चा की गई। यह बैठक संघ के संरक्षक भींवराज डूडी की अध्यक्षता में हुई। इस सभा का उद्देश्य गौशालाओं के हितों की रक्षा के लिए एक व्यापक आंदोलन की शुरुआत करना है।
गौशालाओं पर हो रहा अत्याचार: सूरजमाल सिंह
बीकानेर गौशाला संघ के अध्यक्ष सूरजमाल सिंह नीमराना ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से सरकार और प्रशासन द्वारा गौशालाओं को अत्यधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। सरकार भले ही अनुदान बढ़ाने की बात करती हो, लेकिन गोपालन विभाग और प्रशासन द्वारा गौशालाओं को परेशान करने के लिए अनुदान आवेदन, बिल-वाउचर, और सत्यापन जैसे बहाने बनाए जा रहे हैं।




उन्होंने कहा, “मई-जून में मिलने वाला अनुदान अक्टूबर तक भी राजस्थान की 3500 अनुदानित गौशालाओं में से केवल 1605 को ही मिला है। शेष गौशालाएं अनुदान के लिए तरस रही हैं। यह सरकार की उदासीनता को दर्शाता है।” नीमराना ने जोर देकर कहा कि गौशालाओं को अब आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। इसकी शुरुआत बीकानेर से होगी, और जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह में जयपुर में एक महाआंदोलन का आयोजन किया जाएगा।



विशाल सभा में 1300 गौशालाएं लेंगी हिस्सा
7 नवंबर की इस विशाल सभा में बीकानेर संभाग के साथ-साथ कुचामन और डीडवाना जिले की करीब 1300 गौशालाएं भाग लेंगी। यह सभा गौशालाओं के सामने आने वाली समस्याओं को उजागर करने और उनके हितों के लिए एकजुटता प्रदर्शित करने का मंच होगी।
दायित्वों का बंटवारा
संघ के उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी ने बताया कि बैठक में सभा के आयोजन के लिए दायित्वों का वितरण किया गया। संयोजक: जगदीश सिंह राजपुरोहित, महामंत्री: निरंजन सोनी, प्रवक्ता: अगर सिंह कोटासर और महेंद्र सिंह लखासर,
सदस्य: बीकानेर गौशाला संघ के तहसील अध्यक्ष और प्रत्येक तहसील से सात-सात गौशाला संचालक। इसके अलावा, व्यवस्था के लिए अलग-अलग दलों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं ताकि आयोजन सुचारू रूप से हो सके।
बैठक में शामिल प्रमुख व्यक्ति
बैठक में बीकानेर गौशाला संघ के बलदेव दास भदानी, लूणकरणसर तहसील अध्यक्ष भैराराम रोझ, नोखा तहसील अध्यक्ष हनुमान राम तर्ड, श्री डूंगरगढ़ तहसील अध्यक्ष मालाराम सारस्वत, श्री कोलायत तहसील अध्यक्ष मोती सिंह राजपुरोहित, खाजूवाला तहसील अध्यक्ष मोहनलाल सियाग, बीकानेर तहसील अध्यक्ष प्रेम कुमार गोदारा, प्रेम सिंह घूमान्दा, भैराराम नाई, बाबूलाल जोशी, शंकर पारीक, सुनील व्यास, जुगल किशोर पारीक, त्रिलोक मारू, चांदवीर सिंह नीमराना, अनूप गहलोत, उमाशंकर सोलंकी, भगवान राम, देवीलाल गोदारा, रुपाराम सुथार, रेवत सिंह परिहार, भैरू सिंह भाटी, मोहन सिंह राठौड़, किशोर सिंह राठौड़, भंवरलाल बिश्नोई, नंदलाल व्यास, किशन सुथार, हनुमान चौधरी, राजाराम पुरोहित, हेमराज चौधरी, राजूराम उपाध्याय, काशी झवर, सुरेश कुमार जोशी सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
आंदोलन का भविष्य
सूरजमाल सिंह ने कहा कि बीकानेर से शुरू होने वाला यह आंदोलन राजस्थान के सातों संभागों में फैलेगा। गौशालाओं के हितों की रक्षा के लिए यह आंदोलन एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि गौशालाओं को समय पर अनुदान दिया जाए और अनावश्यक उत्पीड़न बंद हो।
