संतों का प्रवास लाता है आध्यात्मिक जागृति; 24 दिसंबर से शुरू होगा 21 दिवसीय ‘संस्कार निर्माण शिविर


बेंगलुरु, 23 दिसंबर। जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ. मुनिश्री पुलकित कुमार जी (ठाणा 2) इन दिनों बेंगलुरु के उपनगरों में पदविहार करते हुए जन-मानस में आध्यात्मिकता की अलख जगा रहे हैं। मंगलवार को मुनिश्री डिविनिटी अपार्टमेंट से विहार कर केंगेरी स्थित सुरेश महेंद्र पुखराज दक के निवास स्थान पर पधारे। इस अवसर पर मुनिश्री ने मंगल प्रवचन देते हुए कहा कि “संतों का प्रवास समाज में आत्म-जागृति लाने वाला होता है।”


हाईराइज बिल्डिंगों में 1200 फ्लोर चढ़कर दी प्रेरणा
तेरापंथ सभा गांधीनगर के उपाध्यक्ष सुरेश दक ने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उनके प्रवास की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि पिछले सवा महीने में मुनिश्री ने सरजापुर रोड, मारथहली, व्हाइटफील्ड, जय नगर और इलेक्ट्रॉनिक सिटी जैसे क्षेत्रों की हाईराइज बिल्डिंगों में लगभग 1200 से अधिक फ्लोर चढ़कर श्रावक समाज को उनके द्वार पर जाकर आध्यात्मिक प्रेरणा दी है। मुनिश्री के इस कठिन परिश्रम और सेवा भाव से बेंगलुरु का श्रावक समाज अत्यधिक अभिभूत है।


तुलसी चेतना सेवा केंद्र में 21 दिवसीय प्रवास
नचिकेता मुनि आदित्य कुमार ने जानकारी दी कि मुनिश्री का आगामी प्रवास 24 दिसंबर से 12 जनवरी 2026 तक ‘तुलसी चेतना सेवा केंद्र’ में होगा। सक्रिय कार्यकर्ता महेंद्र दक ने इस दौरान आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रमों का विवरण इस प्रकार दिया:
- संस्कार निर्माण शिविर (बच्चों के लिए): 24 से 28 दिसंबर तक।
- प्रेक्षा ध्यान कार्यशाला (दो दिवसीय): 28 एवं 29 दिसंबर।
- महामंगलिक अनुष्ठान: नव वर्ष के उपलक्ष्य में 1 जनवरी 2026 को विशेष आयोजन।
इन कार्यक्रमों के माध्यम से नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ने और तनावमुक्त जीवन जीने की कला सिखाई जाएगी।
रास्ते की सेवा में उमड़ा श्रावक समाज
मुनिश्री के विहार के दौरान रास्ते की सेवा और अगवानी में पन्नालाल लूनिया, मनोज खाटेड, भारत बोथरा, दीपक बोरा और विमल गोलछा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। गांधीनगर तेरापंथ युवक परिषद के आलोक कुंडलिया, भरत रायसोनी, मुकेश सुराणा और राजराजेश्वरी नगर तेयुप अध्यक्ष विक्रम मेहर ने भी अपनी सेवाएं दीं। केंगेरी ज्ञानशाला की प्रशिक्षिका पूनम दक और मीडिया प्रभारी विपुल पितलिया ने बताया कि स्थानीय समाज में इस प्रवास को लेकर भारी उत्साह है।








