बिछड़े बच्चों को ‘सखी वन स्टॉप सेंटर’ ने परिजनों से मिलाया



बीकानेर, 3 अक्टूबर। महिला अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर, पीबीएम परिसर की तत्परता से बीकानेर के गुमशुदा बच्चों को महाराष्ट्र से लाकर उनके परिजनों से मिलाया गया।
महाराष्ट्र से मिली सूचना
केंद्र प्रबंधक संतोष बारिया को महाराष्ट्र सखी वन स्टॉप सेंटर से एक फोन आया, जिसमें बताया गया कि बीकानेर के करणी नगर, कैलाशपुरी के तीन बच्चे महाराष्ट्र रेलवे स्टेशन पर पाए गए हैं। सूचना मिलते ही केंद्र प्रबंधक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना बीछवाल और कंट्रोल रूम से संपर्क किया।




पुलिस की मदद से हुई वापसी
पुलिस रिकॉर्ड की जांच करने पर पता चला कि थाने में बच्चों की गुमशुदगी दर्ज थी। पुलिस थाना बीछवाल द्वारा तीनों बच्चों को बीकानेर लाया गया और उन्हें आश्रय के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर पर छोड़ा गया। सखी सेंटर में आवश्यक देखभाल के बाद, 12 दिनों से गुमशुदा बच्ची को उसके परिवार – माता तुलछा देवी, चाचा अर्जुन और चाची गीता – से मिलवाया गया।



सखी सेंटर की भूमिका
महिला अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक डॉ. अनुराधा सक्सेना ने बताया कि सखी वन स्टॉप सेंटर महिलाओं और बालिकाओं को अस्थाई आश्रय, चिकित्सा सहायता, और मनोवैज्ञानिक परामर्श जैसी सेवाएं प्रदान करता है। यह केंद्र महिला हेल्पलाइन नंबर 181 से आने वाले मामलों में भी पीड़ित महिलाओं को सहायता उपलब्ध कराता है।

