रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सोनिया-खड़गे -ममता भी शामिल नहीं होंगी, नीतीश कुमार, लालू यादव के भी न जाने का कयास

shreecreates
quicjZaps 15 sept 2025

कांग्रेस बोली- भाजपा-RSS ने इसे पॉलिटिकल इवेंट बनाया

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl
SETH TOLARAM BAFANA ACADMY

नयी दिल्ली। 10 जनवरी। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से कांग्रेस ने इनकार कर दिया है। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन समेत सभी कांग्रेस नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस ने कहा है कि ये कार्यक्रम भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए आयोजित किया है।

pop ronak
kaosa

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक लेटर शेयर किया है, जिसमें उसने राम मंदिर के उद्घाटन में न जाने के फैसले का कारण बताया है। इसमें कांग्रेस ने लिखा है कि धर्म निजी मामला है, लेकिन BJP/RSS ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को अपना इवेंट बना लिया है।

भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले कुछ दशकों में राम मंदिर के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व को नकार दिया और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में देरी की। इसलिए, कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक तौर पर यह कहना कि वह राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होगी, इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर जनरल सेक्रेटरी (कम्युनिकेशंस) जयराम रमेश के हवाले के ये लेटर जारी कर राम मंदिर में जाने का निमंत्रण ठुकराने का कारण बताया है।


रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सोनिया-खड़गेनहीं जाएंगे

पढ़ें कांग्रेस का पूरा बयान….

पिछले महीने कांग्रेस प्रेसिडेंट और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के लीडर अधीर रंजन चौधरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला था। भगवान राम हमारे देश के करोड़ों लोगों के पूजनीय हैं। धर्म एक निजी मामला है। लेकिन भाजपा/RSS ने अयोध्या के मंदिर को एक पॉलिटिकल प्रोजेक्ट बना दिया है। भाजपा और आरएसएस के नेताओं की तरफ से अधूरे मंदिर का उद्घाटन जाहिर तौर पर चुनाव में फायदा पाने के लिए किया जा रहा है। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के 2019 के फैसले का पालन करते हुए और उन करोड़ों लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा/RSS के इस इवेंट का निमंत्रण ससम्मान ठुकरा दिया है।

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। 2019 के सुप्रीम कोर्ट के के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन अधीर रंजन चौधरी ने स्पष्ट रूप से आरएसएस/बीजेपी के कार्यक्रम के निमंत्रण को सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है.

कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 6000 दिग्गज शामिल होंगे, जिनमें 4000 संत और करीब 2200 मेहमान हैं। इस दौरान छह दर्शनों (प्राचीन विद्यालयों) के शंकराचार्य और करीब 150 साधु-संत भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में करीब 25 लाख लोग शामिल हो सकते हैं।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में ममता भी शामिल नहीं होंगी; नीतीश कुमार, लालू यादव के भी न जाने का कयास

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की ओर से कार्यक्रम में कोई शिरकत नहीं करेगा। हालांकि, TMC की ओर से आधिकारिक तौर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

चर्चा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। उनके अलावा CPI (M) के महासचिव सीताराम येचुरी भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा चुके हैं। उन्होंने कहा- धर्म व्यक्तिगत पसंद है, जिसे राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

 

mmtc 2 oct 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *