एसपीएमसी में महर्षि दधीचि जयंती पर देहदानियों के परिजनों का सम्मान



बीकानेर, 31 अगस्त। आज महर्षि दधीचि जयंती के अवसर पर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज (SPMC) के शरीर रचना विभाग में देहदान करने वाले परिवारों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
देहदान से मिलेगी कुशल चिकित्सकों को शिक्षा
कार्यक्रम में एसपीएमसी की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य ने देहदान के बढ़ते महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देहदान से समाज को बेहतर और कुशल चिकित्सक मिलेंगे, और एमबीबीएस के छात्रों को शोध के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने महर्षि दधीचि का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह उन्होंने मानव कल्याण के लिए अपनी अस्थियों का दान किया था, उसी तरह आज देहदान से शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा योगदान मिल रहा है। शिवबाड़ी मठ के महंत विमर्शानंद जी महाराज ने भी महर्षि दधीचि के त्याग की सराहना की।




डॉ. हेमलता गौड़ ने लिया देहदान का संकल्प
इस अवसर पर, शरीर रचना विभाग की रेजिडेंट डॉ. हेमलता गौड़ ने स्वेच्छा से देहदान का संकल्प लिया। उन्होंने संकल्प पत्र कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य और एनाटॉमी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश मणि को सौंपा। डॉ. मणि ने बताया कि यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि शरीर रचना विभाग के टेक्नीशियन मोहन व्यास ने अपने पिता का और पूर्व प्रोफेसर डॉ. जुगलकिशोर खत्री ने अपने पुत्र का पार्थिव शरीर इसी विभाग में दान किया था।



कार्यक्रम में देहदान को बढ़ावा देने के लिए सर्व मानव कल्याण समिति के डॉ. राकेश रावत और नरेंद्र नाथ पारीक, डॉ. जुगल किशोर खत्री, मोहन व्यास, महर्षि दधीचि फाउंडेशन के योगेंद्र दाधीच, राजकुमार ढल्ला और पत्रकार विनय थानवी को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कौशल रंगा ने किया और डॉ. जसकरण ने सभी का आभार व्यक्त किया।

