शिक्षक हैं जीवन के शिल्पकार और राष्ट्र निर्माता – मुख्यमंत्री



जयपुर, 5 सितंबर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षक दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि उन शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता का दिन है जो समाज का भविष्य गढ़ते हैं। श्री शर्मा शुक्रवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “शिक्षक जीवन के शिल्पकार तथा राष्ट्र निर्माता हैं। एक अच्छा शिक्षक हजार लाइब्रेरी के बराबर है। शिक्षक केवल ज्ञान के भंडार नहीं हैं बल्कि स्वप्न जगाने वाले हैं।”




शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ:


शिक्षा विभाग में 20 हजार से अधिक नियुक्तियाँ, 18 हजार से अधिक शिक्षक पदों के लिए विज्ञापन जारी,33 हजार 217 कार्मिकों को पदोन्नति,4 हजार विद्यालयों में 8 हजार स्मार्ट क्लास रूम स्थापित, 88 हजार 800 मेधावी विद्यार्थियों को निःशुल्क टैबलेट वितरित,
छात्र हितैषी योजनाएँ:
139 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति वितरण (माध्यमिक शिक्षा), 24 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति (प्रारंभिक शिक्षा), मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना: 174 करोड़ रुपये, गार्गी पुरस्कार योजना: 175 करोड़ रुपये, कालीबाई एवं देवनारायण स्कूटी योजना .
समारोह के प्रमुख आयोजन:
पीपलोदी हादसे में दिवंगत बच्चों को श्रद्धांजलि, उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान,,शिविरा पत्रिका (शिक्षक दिवस विशेषांक) का विमोचन,मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान के तहत प्रखर राजस्थान 2.0 अभियान का शुभारंभ। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की ऑन डिमांड परीक्षा नवाचार का शुभारंभ ।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचन्द बैरवा, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर, शासन सचिव स्कूल शिक्षा श्री कृष्ण कुणाल सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में शिक्षकगण उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि “राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, शिक्षकों के कल्याण, सम्मान और छात्रों के उत्कृष्ट भविष्य निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।” कार्यक्रम की शुरुआत में पीपलोदी हादसे में दिवंगत हुए बच्चों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।