अहमदाबाद विमान हादसे में हुआ चमत्कार विमान से विश्वास कुमार रमेश व अस्पताल से डॉ मयंक जिन्दा बचे


Ahmedabad Plane Crash: हर तरफ बिखरी थीं लाशें, सिर्फ एक की चल रही थीं सांसें, जानें फिर क्या हुआ




अहमदाबाद \ कोटा , 13 जून । Air India Crash Survivor: अहमदाबाद के पास गुरुवार दोपहर हुए Air India AI-171 विमान हादसे में जब अधिकारियों ने कोई जीवित नहीं बचा (No Survivors) की आधिकारिक पुष्टि कर दी थी। हालांकि, हर तरफ पड़े शवों के बीच एक पैसेंजर जीवित बच गया है। सोशल मीडिया पर इसे चमत्कार कहा जा रहा है।



सीट 11A से निकला ज़िंदा मुसाफिर
Air India की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 में सवार यह यात्री विश्वास कुमार रमेश सीट 11A पर बैठा था। हादसे के कुछ घंटों बाद उसका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह सफेद टी-शर्ट और काले पैंट में लंगड़ाते हुए चलता दिखाई दे रहा है। उसके कपड़ों पर खून के धब्बे और धुएं की कालिख साफ़ नजर आ रही है।
825 फीट की ऊंचाई से गिरा विमान
फ्लाइट ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही Mayday कॉल जारी की थी। पायलट ने ATC को इमरजेंसी अलर्ट भेजा लेकिन फिर संपर्क टूट गया। कुछ ही देर में आसमान में एक भीषण आग का गोला फूटा और मीलों दूर से धुएं की लकीरें देखी गईं।
लंदन जा रही थी फ्लाइट, सवार थे 242 लोग
AI-171 फ्लाइट में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। यह फ्लाइट लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई थी। हादसा टेक-ऑफ के 3 मिनट के अंदर हुआ। इस फ्लाइट में सवार केवल एक जीवित बचे हैं।
पुलिस और DGCA की पुष्टि
अहमदाबाद पुलिस ने इस एकमात्र ज़िंदा बचे यात्री की पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान यह व्यक्ति घटनास्थल के नज़दीक पाया गया। उसकी स्थिति स्थिर है और वह अस्पताल में है। DGCA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह चमत्कारिक रूप से संभव हुआ कि क्रैश के दौरान उसका हिस्सा ज़्यादा क्षतिग्रस्त नहीं हुआ।
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे में हुआ चमत्कार, कोटा का मयंक बाल-बाल बचा

ahmedabad plane crash survival story: “कभी-कभी जिंदगी एक सेकंड के फैसले पर टिकी होती है।” कुछ ऐसा ही चमत्कार हुआ कोटा के मयंक सेन के साथ, जिनकी जान उस समय बच गई जब मौत महज़ 20 मिनट की दूरी पर थी। अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में जहां चारों ओर चीख-पुकार और लाशें बिछी थीं, वहीं मयंक की किस्मत ने उन्हें मौत के मुंह से खींच लिया।
20 मिनट पहले निकले और बच गई जान
राजस्थान के कोटा जिले के दीगोद कस्बे से ताल्लुक रखने वाले मयंक सेन अहमदाबाद के विजय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के थर्ड ईयर के छात्र हैं। गुरुवार दोपहर करीब 3:10 बजे एक यात्री विमान कॉलेज की बिल्डिंग से जा टकराया, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लेकिन चमत्कार यह रहा कि मयंक 20 मिनट पहले ही उसी बिल्डिंग से बाहर निकल गए थे।
भयावह मंजर के बीच मयंक ने दिखाई हिम्मत
मयंक ने बताया कि दुर्घटना बेहद भयावह थी। चारों तरफ धुआं, आग और चीखें गूंज रही थीं। उनके रूममेट समेत पांच करीबी दोस्त इस हादसे में मारे गए। लेकिन मयंक ने घबराने के बजाय हिम्मत दिखाई और घायलों की मदद के लिए सबसे पहले मौके पर पहुंचे।
परिवार ने मांगी दुआ, राहत की सांस ली
हादसे की खबर जब कोटा स्थित उनके घर पहुंची, तो मंयक के पिता किशन सेन समेत पूरा परिवार चिंता में डूब गया। बेटे की सलामती के लिए दुआएं मांगी जाने लगीं। जब देर रात मयंक से संपर्क हुआ, तो परिवार की जान में जान आई। मयंक इन दिनों अहमदाबाद में घायलों की सेवा में जुटे हुए हैं। मेडिकल छात्र होने के नाते वे प्राथमिक इलाज में मदद कर रहे हैं और मनोबल बढ़ा रहे हैं। मयंक का साहस और संवेदनशीलता अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है।