देश के पहले राजकीय बालिका सैनिक विद्यालय का बीकानेर में लोकार्पण, बेटियों के लिए खुले राष्ट्ररक्षा के नए द्वार


बीकानेर, 11 जुलाई। राजस्थान ने आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरदर्शिता और संकल्प से प्रेरित होकर देश के पहले राजकीय बालिका सैनिक विद्यालय का भव्य लोकार्पण बीकानेर के जयमलसर में संपन्न हुआ। यह विद्यालय बालिकाओं को रक्षा सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रशिक्षित करेगा।




केंद्रीय मंत्री और शिक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन
इस गौरवशाली अवसर पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने समारोह में भाग लिया और विद्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। इस परियोजना को साकार करने में रामनारायण राठी चेरिटेबल ट्रस्ट, कोलकाता की ओर से भामाशाह पूनमचंद राठी का अहम योगदान रहा है। उन्होंने ₹108 करोड़ की लागत से इस विशाल भवन, खेल परिसर और आधुनिक सुविधाओं से युक्त विद्यालय का निर्माण करवाया है।


आधुनिक प्रशिक्षण और सुविधाओं से लैस
केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने अपने संबोधन में कहा, “यह विद्यालय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साहसी निर्णय का परिणाम है, जो बेटियों को समान अवसर देकर राष्ट्र रक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम है। राठी परिवार का योगदान अनुकरणीय है।” उन्होंने कहा कि यह संस्थान छात्राओं को घुड़सवारी, शूटिंग रेंज, स्विमिंग पूल सहित 13 प्रकार की आधुनिक खेल और सैनिक प्रशिक्षण सुविधाएँ उपलब्ध कराएगा। इसका उद्देश्य आने वाले वर्षों में देश की बेटियों को रक्षा सेवाओं के लिए तैयार करना है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “अब राजस्थान की बेटियां भी सोफिया कुरैशी और कर्नल व्योमिका सिंह जैसी वीरांगनाओं की राह पर चलकर देश का नाम रोशन करेंगी।” खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने भी भामाशाह परिवार का आभार व्यक्त करते हुए इसे सामाजिक चेतना का अनुकरणीय उदाहरण बताया। भाजपा बीकानेर देहात जिलाध्यक्ष श्याम पंचारिया ने कहा, “यह सिर्फ विद्यालय का उद्घाटन नहीं, एक नए युग का आरंभ है — जहाँ नारी शक्ति राष्ट्र रक्षा में दृढ़ता से कदम रखेगी।” समारोह में उद्योगपति बिट्ठल दास मूंदड़ा, पूनमचंद राठी, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
यह विद्यालय देश की बेटियों को सशक्त बनाने और उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।