राष्ट्रीय पेपर बैग दिवस पर बीकानेर में पर्यावरण-अनुकूल कार्यशाला का आयोजन


बीकानेर, 11 जुलाई। राष्ट्रीय पेपर बैग दिवस के उपलक्ष्य में, बीकानेर के पवनपुरी चैरिटेबल विद्यालय में महावीर इंटरनेशनल गंगाशहर द्वारा कागज के बैग बनाने की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित करना और पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर, महावीर इंटरनेशनल गंगाशहर के अध्यक्ष वीर टोडरमल चोपड़ा ने बच्चों को सिंगल-यूज़ प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया और उन्हें इसका उपयोग न करने का आग्रह किया।




सुश्री महक गुप्ता ने पेपर बैग बनाने की कार्यशाला का संचालन किया, जिसमें उन्होंने बच्चों को विभिन्न प्रकार के कागज के बैग बनाना सिखाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पेपर बैग को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण में फैले कचरे को कम करना है, ताकि लोग प्लास्टिक से बने सामान का कम और कागज से बने बैग का अधिक इस्तेमाल करें।


चैरिटेबल विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डॉ. अर्पिता गुप्ता ने बताया कि पेपर बैग प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए एक पर्यावरण-अनुकूल विकल्प भी हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को नष्ट होने में सालों लगते हैं और यह वन्यजीवों के लिए भी हानिकारक है। डॉ. गुप्ता ने समझाया कि समुद्र में प्लास्टिक के कचरे के जमा होने से मछलियों और अन्य जलीय जंतुओं की मृत्यु हो जाती है।
केंद्र सचिव वीर चंद्र कुमार राखेचा ने आगे कहा कि प्लास्टिक को जलाने से वायु प्रदूषण होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके बजाय पेपर बैग का उपयोग करने से पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में काफी मदद मिलेगी। महावीर इंटरनेशनल गंगाशहर द्वारा सभी उपस्थित बच्चों को कपड़े के थैले, चिप्स, बिस्कुट और जूस वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त, वीर बच्छराज रांका ने कार्यक्रम में “महावीर प्रवाह ई-चौपाल” का एक विशेष अंक भी वितरित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्नेहा शर्मा, सृष्टि शेखावत और रुखसार का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।