जागतिक समाधान में अचूक रामबाण है -अणुव्रत


- चेन्नई में अणुव्रत समिति की नई टीम ने ली शपथ
चेन्नई, 14 जुलाई। अणुव्रत समिति चेन्नई की नवगठित टीम का शपथ ग्रहण समारोह आज साध्वी उदितयशा ठाणा 4 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, साहूकारपेट में आयोजित किया गया। इस अवसर पर साध्वी उदितयशा ने अणुव्रत को हर जागतिक समस्या के समाधान में एक अचूक रामबाण बताया। कार्यक्रम का शुभारंभ अणुव्रत समिति की महिला सदस्यों द्वारा अणुव्रत गीत और मंगलाचरण से हुआ। निवर्तमान अध्यक्ष ललित आंचलिया ने नवमनोनीत अध्यक्ष एवं उनकी टीम को शुभकामनाओं के साथ शपथ दिलाई। डॉ. कमलेश नाहर ने अणुव्रत आचार संहिता का वाचन किया, जिसे सभागार में उपस्थित जनसमूह ने दोहराया।




साध्वी उदितयशा का मंगल पाथेय
मंगल पाथेय प्रदान करते हुए साध्वी उदितयशा ने कहा कि यदि संभव हो तो व्यक्ति महाव्रती बने, परंतु सभी को अणुव्रती अवश्य बनना चाहिए। उन्होंने बताया कि गणाधिपति पूज्य गुरुदेव तुलसी ने जन-जन के मानस में नैतिक चेतना के जागरण के लिए अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात किया था। साधु-संतों ने पदयात्रा कर जनमानस को आंदोलित किया। साध्वी श्री ने नवगठित अणुव्रत टीम को आध्यात्मिक शुभकामनाएँ दीं और चेन्नई की सभी संस्थाओं से मिलकर अणुव्रत के कार्य को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। साध्वी संगीतप्रभा ने कहा कि अणुव्रत संयम और त्याग के मार्ग पर गतिशील होने की आचार संहिता है।


नई कार्यकारिणी का गठन
नवमनोनीत अध्यक्षा श्रीमती सुभद्रा लुणावत ने स्वागत स्वर प्रस्तुत करते हुए अपनी टीम के साथ करणीय कार्यों की योजना प्रस्तुत की। नई टीम में दिलीप धींग (उपाध्यक्ष वरिष्ठ), स्वरूप चन्द दाँती (उपाध्यक्ष कनिष्ठ), कुशल बाँठिया (मंत्री), कमल सामसुखा (सहमंत्री), प्रदीप चोरड़िया (सहमंत्री), ममता बुच्छा (कोषाध्यक्ष), और शांति दुधोड़िया (प्रचार प्रसार मंत्री) शामिल हैं। कार्यक्रम का कुशल संचालन अरिहंत बोथरा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन मंत्री कुशल बाँठिया ने दिया। इस अवसर पर सभी संघीय और स्थानीय संस्थानों के पदाधिकारीगणों ने उपस्थित होकर शुभकामनाएँ प्रेषित कीं। प्रवचन के पश्चात, अणुव्रत समिति की टीम ने किलपॉक में विराजित मुनि मोहजीतकुमार ठाणा 3 और पल्लावरम में विराजित मुनि दीपकुमार ठाणा 2 के दर्शन कर पाथेय प्राप्त किया।