श्री जैन पीजी महाविद्यालय, बीकानेर में ‘शारीरिक विकास में खेलों का महत्व’ विषय पर कार्यशाला का सफल आयोजन


बीकानेर, 15 जुलाई। स्थानीय श्री जैन पीजी महाविद्यालय, बीकानेर में आज ‘शारीरिक विकास में खेलों का महत्व’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को खेलों के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के प्रति जागरूक करना था। कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र चौधरी ने किया। डॉ. चौधरी ने खेलों को शिक्षा का अभिन्न अंग बताते हुए कहा, “खेल केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन में अनुशासन, नेतृत्व और सहयोग की भावना विकसित करने का एक प्रभावी साधन हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि श्री जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास होता है। यहाँ पर विद्यार्थी न केवल शिक्षा प्राप्त करते हैं, वरन अनेक सह-शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से अपने जीवन-स्तर का भी विकास करते हैं।




विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
कार्यक्रम में खेल संरक्षक डॉ. राजेश कसवां ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि नियमित खेल गतिविधियां न केवल छात्रों को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाती हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास व व्यक्तित्व को भी मजबूती प्रदान करती हैं। खेल प्रशिक्षक अनिल तंवर ने व्यावहारिक सत्र के दौरान विभिन्न खेलों के माध्यम से व्यायाम व फिटनेस के टिप्स साझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, “खेल जीवन में संतुलन बनाए रखने का सबसे अच्छा माध्यम है।” उन्होंने यह भी बताया कि खेल, खेल के मैदान में ही होने चाहिए, न कि मोबाइल के माध्यम से। मोबाइल के गेम्स से व्यक्ति आलसी, नर्वस और चिड़चिड़ा हो जाता है। कार्यक्रम के मध्यकालीन सत्र में महाविद्यालय के वरिष्ठ संकाय सदस्य और रोवर लीडर डॉ. कृष्ण कुमार खत्री ने स्काउट की विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से होने वाले शारीरिक विकास के बारे में जानकारी दी। इसी क्रम में एन.सी.सी. इकाई के केयर टेकर ऑफिसर श्री फरसा राम चौधरी ने एन.सी.सी. की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान करते हुए खेलों के माध्यम से शारीरिक विकास के महत्व पर प्रकाश डाला।


खेल गतिविधियाँ और समापन
कार्यशाला में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर अनेक खेल गतिविधियां यथा गोला फेंक, लंबी कूद, बास्केट बॉल तथा वॉलीबॉल आदि का आयोजन भी किया गया। अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने खेल और स्वास्थ्य से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय की खेल समिति द्वारा किया गया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सतपाल मेहरा द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य मौजूद थे।