तप अनुमोदना समारोह संपन्न: तपस्वियों का सम्मान और साधना का उत्सव


मदुरै, 18 जुलाई। आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री हिमांशु कुमार जी (ठाणा-2) के पावन सान्निध्य में आज मदुरै तेरापंथ भवन में एक तप अनुमोदना समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रातः प्रवचन के तुरंत बाद हुआ, जिसमें तपस्या करने वाले श्रद्धालुओं का सम्मान किया गया।
तपस्या और पच्चक्खाण
इस पवित्र अवसर पर, श्रीमती संगीता देवी अशोक कुमार जीरावला के 11 उपवास की तपस्या का पच्चक्खाण (संकल्प पूर्ण होने की घोषणा) संपन्न हुआ। इसी क्रम में, बिनित श्रवण बोथरा के 11 उपवास और श्रीमती रिंकू पीयूष संकलेचा के 9 उपवास की तपस्या का पच्चक्खाण भी भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। तपस्वियों का सम्मान मुनि श्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा की ओर से साहित्य भेंट कर और तप-प्रेमीजनों द्वारा आत्मिक श्रद्धा व मंगल भावना के साथ किया गया।




प्रेरणास्पद रही अन्य तपस्याएँ
इस अवसर पर, तपस्वी नैनमल कोठारी की 11 उपवास की तपस्या भी प्रेरणास्पद रही। वे आगे भी तप में निरंतर प्रगति की भावना के साथ साधना में लीन हैं। इससे पहले भी, पूजा राहुल कोठारी, कुमारी मनीषा मोहन बोथरा, बबीता अक्षय लोढ़ा और नेहा नितिन दुधेड़िया ने 8-8 उपवास की बड़ी तपस्याएँ की थीं।


भक्तिमय और ऊर्जावान वातावरण
प्रवचन और मंगल पाठ के बाद, तेरापंथ सभा, युवक परिषद् और तेरापंथ महिला मंडल द्वारा सामूहिक गीतिकाओं के माध्यम से तप अनुमोदना कार्यक्रम की मधुर शुरुआत हुई। मदुरै जैन समाज की प्रख्यात भक्ति गायिका श्रीमती कविता शाह ने अपने मधुर स्वर में भावपूर्ण गीतिका प्रस्तुत कर वातावरण को भावविभोर कर दिया। वहीं, सभा और महिला मंडल की बहनों ने भी एक से बढ़कर एक गीतिकाओं द्वारा वातावरण को भक्तिमय एवं ऊर्जावान बनाया।यह आयोजन केवल तपस्वियों की आत्मिक साधना का सम्मान ही नहीं था, बल्कि समस्त जनमानस के लिए एक प्रेरणादायक क्षण भी बना। कार्यक्रम का समापन “ॐ अर्हं” की मंगल ध्वनि और सामूहिक अनुमोदना से हुआ। जैन और जैनेतर समाज के अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने तपस्वियों की कुशलक्षेम पूछकर उनके उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना की। (समाचार प्रदाता अशोक जीरावला)।