राजस्थान के 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: सीकर में जलभराव, डीग में मकान ढहा; मानसून फिर सक्रिय



जयपुर, 15 अगस्त। राजस्थान में मानसून का दौर एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। पूरे एक सप्ताह के इंतजार के बाद गुरुवार 14 अगस्त को जयपुर सहित कई जिलों में तेज बारिश हुई और आज शुक्रवार 15 अगस्त को भी राज्य के 22 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, बारिश का यह दौर अगले चार दिन तक जारी रहने वाला है।
तेज बारिश का अलर्ट: कहाँ-कहाँ होगी बारिश?
मौसम केंद्र जयपुर की ओर से जारी ताजा बुलेटिन के मुताबिक, आज शुक्रवार 15 अगस्त को 22 जिलों (पुराने 33 जिलों के हिसाब से) में तेज बारिश की संभावना है। इसमें से:




- सात जिलों में भारी बारिश की चेतावनी: बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, डूंगरपुर, झालावाड़, प्रतापगढ़ और सिरोही।
- चार जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी: उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा।
- अन्य तेज बारिश की संभावना वाले जिले (येलो अलर्ट): अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक, जालौर और पाली।
गुरुवार को हुई बारिश और उससे हुए हालात


- गुरुवार को जयपुर, टोंक, सीकर, दौसा, अलवर समेत पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश हुई। जयपुर-सीकर सहित कई शहरों में सड़कों पर 4 फीट तक पानी भर गया। सीकर के नवलगढ़ रोड पर एम्बुलेंस सहित कई गाड़ियाँ पानी में बंद हो गईं।
- धौलपुर में रास्ते में पानी भर जाने से एक बीमार बुजुर्ग महिला को चारपाई पर हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ा। डीग जिले में बारिश के बीच एक मकान ढह गया। कई शहरों में अधिकतम पारा 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे मौसम सुहावना हो गया।
पिछले 24 घंटों में प्रमुख शहरों में बारिश- पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात टोंक के निवाई में 83MM दर्ज हुई।
- सीकर के रींगस में 58 MM, सीकर शहर में 37 MM।
- प्रतापगढ़ के अरनोद में 27 MM।
- अलवर के तिजारा में 40 MM।
- झुंझुनूं के बुहाना में 37 MM।
- करौली के सुरौथ में 38 MM।
- जयपुर के शाहपुरा में 37 MM, जमवारामगढ़ में 30 MM, जोबनेर में 25 MM।
- भरतपुर के जुरेहरा में 25 MM, कामां में 37 MM।
- दौसा के रामगढ़ पचवाड़ा में 27 MM।
- चूरू के राजगढ़ में 21 MM बारिश दर्ज हुई।
बादल छाने और बारिश होने से दौसा, फतेहपुर, श्रीगंगानगर, चूरू, जयपुर, सीकर, हनुमानगढ़ में गुरुवार को अधिकतम तापमान 4 से लेकर 7 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।