राजे की बीकानेर में धमाकेदार एंट्री! भाजपा-कांग्रेस-गोचर… एक ही दौरे में साध लिए सब



बीकानेर, 9 अक्टूबर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को बीकानेर के संक्षिप्त लेकिन हाई-प्रोफाइल दौरे से एक साथ कई राजनीतिक और सामाजिक मोर्चों को साध लिया। उन्होंने न सिर्फ गोचर भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया, बल्कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे कांग्रेस नेताओं के घर जाकर शोक संवेदना भी प्रकट की।
राजे ने गोचर विवाद पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता देवीसिंह भाटी को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सीधे बात कराने का आश्वासन देकर भाजपा में अपनी मजबूत स्थिति का संदेश दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को बीकानेर दौरे पर रहीं, जहाँ उन्होंने कई राजनीतिक और सामाजिक मुलाकातों में हिस्सा लिया। नाल एयरपोर्ट पर वरिष्ठ भाजपा नेता देवीसिंह भाटी, विधायक जेठानंद व्यास, शिव गहलोत सहित एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की और BDA (बीकानेर विकास प्राधिकरण) द्वारा गोचर भूमि के अधिग्रहण के मसले पर चर्चा की।
गोचर भूमि विवाद पर दिया आश्वासन
गोचर भूमि अधिग्रहण के विरोध में उतरे प्रतिनिधिमंडल को पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने आश्वासन दिया कि:गोचर बचाने का संकल्प: राजे ने गोचर को “बहुत पुरानी धरोहर” बताते हुए कहा कि “इसे बचाना जरूरी है।”सीएम से मुलाकात: उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा, “आप सभी के साथ मैं भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात करने चलूंगी।” इससे पहले, देवीसिंह भाटी ने राजे को अवगत कराया कि पूरा जिला अधिग्रहण का विरोध कर रहा है, जबकि अधिकारी जबरन अधिग्रहण पर अड़े हैं। भाटी ने आरोप लगाया कि सीएमओ द्वारा दो बार रिपोर्ट मांगने के बावजूद अधिकारी सही रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं। विधायक जेठानंद व्यास ने बताया कि उनके सहित चार विधायक लिखित में मास्टर प्लान पर आपत्ति दे चुके हैं। राजे ने इस दौरान विधायकों, सरपंचों और जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों से बात करने का सुझाव दिया।




रामेश्वर डूडी और डॉ. बी.डी. कल्ला के निवास पर शोक संवेदना
नाल एयरपोर्ट से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सीधे कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके वैद्य मघाराम कॉलोनी स्थित आवास पर पहुँचीं। यहाँ उन्होंने विधायक सुशीला डूडी और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। राजे ने डूडी को याद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए डूडी नेता प्रतिपक्ष थे, और कई बार नोकझोंक हुई, लेकिन उन्होंने कभी इसे मन में नहीं रखा। इसके बाद, राजे वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. बी.डी. कल्ला के निवास पर पहुँचीं और उनके बड़े भाई जनार्दन कल्ला की पत्नी के निधन पर शोक जताया। बाद में, लालगढ़ पैलेस में स्थानीय नेताओं से मुलाकात कर वह सड़क मार्ग से जयपुर के लिए रवाना हो गईं।




वसुंधरा राजे और गोविंद सिंह डोटासरा की एयरपोर्ट पर हुई मजेदार बातचीत
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच नाल एयरपोर्ट पर हुई अचानक मुलाकात राजनीतिक गहमागहमी के बीच हल्के-फुल्के लम्हों का सबब बन गई। दोनों नेता दिवंगत कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने बीकानेर पहुँचे थे।
20 मिनट का इंतजार और दोस्ती भरा तंज
डोटासरा का इंतजार: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, जो प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को छोड़ने एयरपोर्ट आए थे, उन्हें राजे के आने की सूचना मिली तो वे 20 मिनट तक उनका स्वागत करने के लिए रुके।
राजे का जवाब: जब वसुंधरा राजे वहाँ पहुँचीं, तो डोटासरा ने उनका स्वागत किया और कहा कि वह तो जा रहे थे, लेकिन उनके आने की सूचना पाकर रुक गए। इस पर राजे ने उनका हाथ पकड़कर कहा, “ये अच्छा किया।”
गोविंद मेघवाल पर कटाक्ष: दोनों के बीच मजेदार राजनीतिक कटाक्ष भी हुए। डोटासरा ने कहा कि जब राजे ने खाजूवाला से विश्वनाथ मेघवाल को टिकट दिया तो गोविंद राम मेघवाल (तब कांग्रेस में) उनके पास आ गए। राजे ने मुस्कुराते हुए पलटवार किया, “गोविंद के लिए अच्छा हो गया, कांग्रेस में आया तो कैबिनेट मंत्री बन गया। हमें विश्वनाथ मिल गए।”
अंता में आमना-सामना: जाते-जाते जब राजे ने डोटासरा से पूछा कि अब वह कहाँ जा रहे हैं, तो डोटासरा ने अंता जाने की बात कही। इस पर राजे ने तुरंत कहा, “वहाँ मैं आपको सामने ही मिलूंगी।” (वसुंधरा राजे का अंता, बारां से गहरा राजनीतिक जुड़ाव है)। यह अनौपचारिक मुलाकात नेताओं के बीच राजनीतिक खींचतान से इतर व्यक्तिगत सौहार्द को दिखाती है।
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