भगवान महावीर स्वामी का 2551वां निर्वाण दिवस 21 अक्टूबर को, सामूहिक दीपावली महापूजन 19 को



बीकानेर, 16 अक्टूबर। गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर, मुनि मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर, साध्वी श्री दीपमाला व शंख निधि श्रीजी के सान्निध्य में 21 अक्टूबर को भगवान महावीर स्वामी का 2551वां निर्वाण दिवस साधना, आराधना, जप, और तप के साथ मनाया जाएगा। इसके अगले दिन, 22 अक्टूबर को प्रमुख गणधर गौतम स्वामी को कैवल्य ज्ञान प्राप्ति के उपलक्ष्य में गौतम रासो का वाचन किया जाएगा।
सामूहिक दीपावली महापूजन
कब और कहाँ: सामूहिक दीपावली महापूजन 19 अक्टूबर को शिव वैली के कला मंदिर में सुबह सात बजे किया जाएगा।
आयोजक: सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, खरतरगच्छ युवा परिषद, महिला परिषद और ज्ञान वाटिका, बीकानेर।
वस्त्र संहिता: श्रावकों को शुद्ध सफेद पूजा के वस्त्र और श्राविकाओं को लाल वस्त्र पहनकर पूजा से 15 मिनट पूर्व पहुंचने के लिए कहा गया है। पूजन सामग्री लाभार्थी परिवार की ओर से प्रदान की जाएगी।




अंतर्मन, भाव व श्रद्धा को निर्मल बनाएं: गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर
रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में गुरुवार को गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर म.सा. ने प्रवचन में कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने दीपावली के दिन मोक्ष जाने से पहले आधी रात को अपना आखिरी उपदेश दिया था, जिसे उत्तराध्ययन सूत्र के नाम से जाना जाता है। इस सूत्र में जिनवाणी को श्रवण करने, श्रद्धा रखने तथा उसके अनुसार आचरण करने का संदेश दिया गया है।



निर्मल मन का संदेश: उन्होंने एक गीत का मुखड़ा सुनाते हुए कहा कि स्वयं की निंदा करें, दूसरे की नहीं, और अपने आप में व्याप्त बुराइयों का त्याग करें।
परमात्मा से संबंध: गणिवर्य ने श्रद्धालुओं से भगवान महावीर स्वामी को अंतर में बसाने के लिए अपने मन, भाव व श्रद्धा को निर्मल व पावन बनाने का आह्वान किया। उन्होंने परमात्मा से प्रीति रखने और सांसारिक उपकारों की बजाए परमात्मा के उपकार को याद रखने पर ज़ोर दिया।

