आचार्य श्री तुलसी 112वां जन्म दिवस (अणुव्रत दिवस) एवं अभिनन्दन समारोह



- राजराजेश्वरी नगर में गणाधिपती गुरुदेव तुलसी का 112वां जन्म दिवस, राष्ट्रीय पदाधिकारियों का सम्मान
राजराजेश्वरी नगर , 23 अक्टूबर। बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर स्थित तेरापंथ भवन में गुरुवार (23 अक्टूबर 2025) को युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री पुण्ययशा जी ठाणा-4 के सान्निध्य में गणाधिपती पूज्य गुरुदेव तुलसी का 112वां जन्म दिवस ‘अणुव्रत दिवस’ के रूप में मनाया गया। इस दौरान अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद (ABTYP) सत्र 2025-27 के नव-मनोनित राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पवन मांडोत, संगठन मंत्री रोहित कोठारी और राष्ट्रीय संगठन से जुड़े सभी पदाधिकारियों का अभिनन्दन-सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया। सभी अतिथियों को परिषद् द्वारा ‘जैन पट’ से सम्मानित किया गया।




राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साझा किए ‘युवा लोक’ और ‘मिशन 60’ के संकल्प



तेयुप राजराजेश्वरी नगर के अध्यक्ष विक्रम महेर ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। समारोह में सभा/ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश छाजेड़, उपाध्यक्षा श्रीमति सरोज बैद, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती मंजू बोथरा, युवा गौरव विमल कटारिया और सीपीएस प्रभारी दिनेश मरोठी ने अपनी मंगलकामनाएँ दीं। राष्ट्रीय संगठन मंत्री रोहित कोठारी ने किशोर मंडल से अभातेयुप तक की अपनी यात्रा का उल्लेख किया और ‘मिशन 60’ (पूरे भारत में युवकों एवं किशोरों की संख्या 60,000 तक पहुँचाना) का संकल्प साझा किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन मांडोत ने बेंगलुरु में “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस – युवा लोक” स्थापित करने की भावना रखते हुए 100 ATDC सेंटर स्थापित करने का संकल्प लिया।
साध्वी श्री पुण्ययशा जी ने प्रदान किया मंगल आशीर्वाद
मंगलाचरण श्रीमती पिस्ता देवी श्रीश्रीमल द्वारा किया गया, जबकि गुलाब बाँठिया, देवेंद्र नाहटा, महिला मंडल और साध्वी श्री के नातिले परिवार ने गीतिका के माध्यम से गुरुदेव तुलसी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साध्वी श्री पुण्ययशा जी ने गणाधिपति पूज्य गुरुदेव तुलसी को याद किया और अभातेयुप के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं उनकी पूरी टीम को मंगल कामना आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल क्षेत्रीय संयोजिका श्रीमती रुचिका जी पटवारी को भी तेयुप द्वारा सम्मानित किया गया।
पल्लावरम में आचार्य तुलसी का 112वां जन्मदिवस ‘अणुव्रत दिवस’ के रूप में आयोजित

चेन्नई, 23 अक्टूबर। चेन्नई के पल्लावरम स्थित तेरापंथ भवन में 23 अक्टूबर 2025 को युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनिश्री दीपकुमारजी ठाणा-2 के सान्निध्य में आचार्यश्री तुलसी के 112वें जन्मदिवस ‘अणुव्रत दिवस’ का आयोजन किया गया। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा एवं अणुव्रत समिति, चेन्नई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुनिश्री दीपकुमारजी ने आचार्य श्री तुलसी को ‘युगदृष्टा महापुरुष’ बताते हुए कहा कि उन्होंने युग की नब्ज को पहचाना और युगीन समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने आचार्य तुलसी को महान संगीतकार, ग्रंथकार और साहित्यकार बताते हुए उनके द्वारा सृजित श्रावक समाज के संगठनात्मक रूप और ‘समण श्रेणी’ जैसे क्रांतिकारी अवदान की चर्चा की।
अणुव्रत एक सार्वभौमिक आंदोलन: मोमबत्ती, सोना और चंदन के समान था जीवन
मुनिश्री दीपकुमारजी ने अणुव्रत को आचार्य श्री तुलसी का विशिष्ट अवदान बताते हुए इसे एक सार्वभौमिक आंदोलन बताया, जो मानव में मानवता का शंखनाद करता है। मुनिश्री काव्यकुमारजी ने आचार्यश्री तुलसी को ‘समता योगी’ बताते हुए संघ और श्रावक समाज के उत्थान के लिए उनके द्वारा की गई लंबी पदयात्राओं का उल्लेख किया। विशेष वक्ता और अणुव्रत समिति उपाध्यक्ष स्वरुप चंद दाँती ने आचार्य तुलसी के जीवन को मोमबत्ती, सोना और चंदन के समान बताते हुए कहा कि वे विशाल व्यक्तित्व और विराट कर्तृत्व के धनी थे। उन्होंने कहा कि भौतिकवादी संस्कृति में अणुव्रत को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण में सहभागी बना जा सकता है।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
पल्लावरम तेरापंथी सभा के मंत्री राकेश रांका ने स्वागत व्यक्तव्य दिया और महिला मंडल ने मंगलाचरण गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पल्लावरम सभाध्यक्ष दिलीप भंसाली और अणुव्रत समिति मंत्री कुशलराज बाँठिया सहित अनेक गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित थे।

