नालन्दा करुणा क्लब द्वारा बाल दिवस समारोह उत्साहपूर्वक मनाया गया


नेहरू टोपी और गुलाब बनाने सहित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन



बीकानेर, 14 नवंबर । नत्थूसर गेट के बाहर स्थित नालन्दा पब्लिक सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की करुणा क्लब इकाई की ओर से शुक्रवार को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर ‘बाल दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
नेहरू के आदर्शों को किया याद
कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्कूल प्राचार्य राजेश रंगा ने पं. नेहरू के तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया। प्राचार्य रंगा ने छात्र/छात्राओं को संबोधित करते हुए नेहरू के देश के प्रति चिंतन के भावों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि पं. नेहरू बच्चों को फूल की तरह समझते थे और कहते थे कि बच्चे वह फूल हैं जिन्हें प्यार और देखभाल की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि विफलता तभी होती है जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं।



प्रतियोगिताओं में दिखा बच्चों का उत्साह
शाला की सांस्कृतिक प्रभारी हेमलता व्यास ने बताया कि बाल दिवस के अवसर पर शाला के छात्र/छात्राओं के लिए कई प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में पोस्टर, कविता, डांस, गीत, भाषण, नेहरू टोपी बनाने और नेहरू जी के प्रिय फूल गुलाब बनाने जैसी अनेक गतिविधियाँ शामिल थीं। छात्र/छात्राओं ने इन प्रतियोगिताओं में बड़े जोश और उत्साह के साथ हिस्सा लिया। साथ ही, पं. नेहरू के जीवन पर आधारित बनाए गए पोस्टरों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम सहप्रभारी राजेश्वरी व्यास ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को निर्णायक मण्डल के सदस्य सीमा पालीवाल, सीमा स्वामी एवं रमेश हर्ष ने स्मृति चिह्न देकर उनकी हौसला अफजाई की।
नेहरू की अंतिम इच्छा
करुणा क्लब के सहप्रभारी आषीष रंगा ने छात्र/छात्राओं को पं. नेहरू की अंतिम इच्छा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नेहरू की सोच थी कि उनकी मृत्यु के बाद उनकी भस्म का बाकी हिस्सा ऊँचाई पर ले जाकर उन खेतों पर बिखेर दिया जाए जहाँ भारत के मेहनतकश किसान खेती करते हैं। इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को उपहार प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन करुणा क्लब प्रभारी हरिनारायण आचार्य ने किया एवं आभार सुनील व्यास ने ज्ञापित किया।








