बिनानी कॉलेज में संविधान दिवस एवं कौमी एकता सप्ताह का आयोजन


छात्राओं को मिला महिला अधिकारों का मार्गदर्शन



बीकानेर, 26 नवंबर । स्थानीय बिनानी कन्या महाविद्यालय में आज संविधान दिवस के अवसर पर कौमी एकता सप्ताह के साथ संयुक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्राओं को संविधान में प्रदत्त उनके अधिकारों और महिला सशक्तिकरण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
महिला अधिकार और कानूनी जागरूकता
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सखी वन स्टॉप केंद्र, महिला अधिकारिता विभाग की प्रबंधक एडवोकेट सरिता गोदारा ने छात्राओं को संविधान के अनुच्छेद 13, 14 और 15 में निहित महिला अधिकारों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जोर दिया कि ये अनुच्छेद महिला समानता और उत्पीड़न की रोकथाम से संबंधित अधिकार प्रदान करते हैं।



विधि सलाहकार श्रीमती मुकन्दी शर्मा ने महिला हिंसा रोकथाम पखवाड़े की जानकारी देते हुए कहा कि महिलाएँ किसी भी स्तर पर पुरुषों से कम नहीं हैं, बल्कि सामाजिक सरोकार महिलाओं की शक्ति से ही बने हुए हैं। उन्होंने छात्राओं को आश्वासन दिया कि यदि उनके साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न हो रहा है, तो वे उनसे व्यक्तिगत संपर्क कर उसका निवारण करवा सकती हैं।
संविधान की शपथ और कौमी एकता
प्राचार्या डॉ. अरुणा आचार्य ने संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्राओं को संविधान की प्रतिलिपि भेंट की और संविधान की शपथ दिलवाई।
राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ. रामकुमार व्यास ने बताया कि संविधान दिवस के उपलक्ष्य में “कौमी एकता” विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इस अवसर पर रा.से.यो. अधिकारी डॉ. अनिता मोहे भारद्वाज, अंग्रेजी व्याख्याता श्री गजानंद व्यास, कम्प्यूटर संकाय व्याख्याता डॉ. सीमा बिस्सा, सीमा जोशी, और लोक प्रशासन व्याख्याता महेश पुरोहित ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का सफल संचालन कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष इंजी. मुकेश बोहरा ने किया।








