सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता निदेशक ने संपर्क पोर्टल की समीक्षा की, त्वरित निस्तारण के निर्देश


जयपुर, 11 दिसंबर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता निदेशक आशीष मोदी ने गुरुवार को राजस्थान संपर्क पोर्टल पर विभाग से संबंधित प्राप्त होने वाले प्रकरणों की समीक्षा बैठक ली। मुख्यालय अंबेडकर भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित इस बैठक में उन्होंने पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के त्वरित और समयबद्ध निस्तारण के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
मोदी ने कहा कि विभाग संपर्क पोर्टल के माध्यम से संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जवाबदेहिता के साथ शिकायतों के निस्तारण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे पोर्टल पर आने वाली किसी भी शिकायत या परिवेदना के निस्तारण में पूर्ण संवेदनशीलता दिखाएं और उसे प्राथमिकता के साथ निस्तारित करवाएं।



90 दिनों से लंबित प्रकरणों पर विशेष ध्यान
निदेशक ने पोर्टल पर दर्ज सभी शिकायतों की श्रेणी और उनके निस्तारण में लगने वाले समय की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने विशेष रूप से वृद्धजन पेंशन, नशामुक्ति, पालनहार, कन्यादान, अंतरजातीय विवाह, एट्रोसिटी (Atrocity), और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति सहित विभिन्न योजनाओं में 90 दिनों से अधिक लंबित प्रकरणों की जानकारी मांगी।



मोदी ने अधिकारियों से कहा कि वे संवेदनशीलता के साथ संपर्क पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों में संतुष्टि के स्तर को बढ़ाने के प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी प्रकरणों में अस्पष्ट जवाब न दें, बल्कि दस्तावेज़, नियमों या किसी अन्य कारण की कमी होने पर उसे स्पष्ट रूप से लिखें। उन्होंने यह भी कहा कि 45 दिनों के बाद भी शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर अधिकारी व्यक्तिगत तौर पर आवेदक से संपर्क करें, ताकि समस्या का समाधान तुरंत हो सके।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
मोदी ने अधिकारियों को संपर्क पोर्टल पर मिल रही समस्याओं की निरंतर मॉनिटरिंग करने के लिए कहा, ताकि परिवादी की समस्या का समयबद्ध निस्तारण हो सके और उसे राहत मिले। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान जनसंपर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों की सक्षम स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है और इनके निस्तारण में किसी भी तरह की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में अतिरिक्त निदेशक जेपी बैरवा, अतिरिक्त निदेशक श्रीमती रीना शर्मा, अतिरिक्त निदेशक रामेश्वर परसोया, अतिरिक्त निदेशक अरविंद सैनी सहित विभाग के कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।








