नीति से धन कमाकर धर्म और प्राणी कल्याण में करें सदुपयोग: गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर



- भक्ति गीतों और मंत्र जाप के साथ बीकानेर में सामूहिक महालक्ष्मी पूजन, 151 जोड़ों ने लिया भाग
- महालक्ष्मी पूजन में श्रावकों से ‘धन शक्ति’ को जन कल्याण में लगाने का आह्वान
बीकानेर। (धर्म संवाददाता, 19 अक्टूबर) गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर , मुनि मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर, साध्वीश्री दीपमाला और शंखनिधि श्रीजी के सान्निध्य में रविवार को बीकानेर के शिव वैली स्थित कला मंदिर परिसर में श्री महालक्ष्मी पूजन विधि-विधान से संपन्न हुआ। इस अवसर पर भक्ति गीतों और सामूहिक मंत्रों के जाप से पूरा परिसर गूंज उठा। पूजन में 151 जोड़ों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ भाग लिया।
धन शक्ति का सदुपयोग करें: गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर
पूजन के दौरान गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर म.सा. ने प्रवचन देते हुए कहा कि सुख, सम्पति, धन, वैभव, समृद्धि और शक्ति सब पुण्य का परिणाम हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुण्य के बिना आया हुआ धन भी नहीं टिकता। उन्होंने श्रावकों को संदेश दिया कि जिन शासन ने ‘यथा शक्ति’ के अनुसार सभी कार्य करने का संदेश दिया है। उन्होंने नीति से धनोपार्जन कर धन शक्ति का सदुपयोग धर्म, शासन और प्राणी मात्र के कल्याण के लिए करने का आह्वान किया।




विधि-विधान से हुआ पूजन
खरतरगच्छ युवा परिषद की स्थानीय इकाई अध्यक्ष अनिल सुराणा ने बताया कि पूजन का आयोजन अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद, महिला परिषद की बीकानेर इकाई, श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट और ज्ञान वाटिका के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। सिरोही के विधिकारक प्रकाश गुरु ने विधि-विधान से पूजन करवाया। जल, चंदन, फल, फूल, धूप, अक्षत, दीप और नवैद्य आदि से हुए पूजन के दौरान राग दीपक और मालकोष जैसे रागों में भक्ति गीत गाए गए और सामूहिक मंत्रों का जाप करवाया गया।



पूजन सामग्री के रूप में श्रावक-श्राविकाओं को महालक्ष्मी के ‘ऊ ह्री श्री अर्हम नमः’ और ‘ऊं हृीं श्रीं कमले प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मी देव्ये नमः’ मंत्र अंकित गज लक्ष्मी का चित्र, प्रतिमा, यंत्र, वासक्षेप व रक्षासूत्र आदि भेंट किए गए। पूजन के लाभार्थी श्रीमती हुलासी देवी, पुखराज, ललित, नरेन्द्र व वीरेन्द्र पुगलिया के सदस्यों का अभिनंदन किया गया।
पंचांग का लोकार्पण और अभिनंदन
कार्यक्रम में खरतरगच्छ युवा परिषद की बीकानेर इकाई की ओर से प्रकाशित पंचांग का विमोचन भी किया गया। इस लोकार्पण समारोह में श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा, पूर्व अध्यक्ष निर्मल धारीवाल, श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर खजांची सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस दौरान महालक्ष्मी पूजन में सहभागिता निभाने वाले और धार्मिक परीक्षा में अव्वल आए प्रतिभागियों का भी अभिनंदन किया गया।
भगवान महावीर निर्वाण दिवस 21 को
खरतरगच्छ युवा परिषद के प्रचार प्रसार मंत्री धवल नाहटा ने बताया कि भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस पर जप तप मंगलवार, 21 अक्टूबर को होगा। बुधवार सुबह छह बजे सुगनजी महाराज के उपासरे में गौतम रास का वांचन किया जाएगा और डागों के महावीरजी मंदिर में निर्वाण का लड्डू चढ़ाया जाएगा।

