फर्जी डिग्री और खेल प्रमाण पत्र के चलते 4 कनिष्ठ लिपिकों को नौकरी से हटाया गया



बीकानेर , 15 अक्टूबर। कनिष्ठ लिपिक भर्ती-2013 के तहत जिले की बीकानेर, पूगल, खाजूवाला और पांचू पंचायत समिति में नौकरी पाने वाले 4 कनिष्ठ लिपिकों को फर्जी कंप्यूटर डिग्री और सक्षम स्तर का खेल प्रमाण पत्र नहीं पाए जाने पर सेवा से हटा दिया गया है। सीईओ जिला परिषद सोहनलाल के निर्देश पर संबंधित पंचायत समिति के विकास अधिकारियों ने इन चारों कार्मिकों के सेवा पृथक्करण के आदेश जारी किए हैं। हटाए गए कार्मिकों में पांचू के सागरमल भांभू, पूगल के खुशालचंद, खाजूवाला की श्रीमती सुमन कुमारी और बीकानेर के वैभव भाटी शामिल हैं।




सीईओ जिला परिषद सोहनलाल ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक सागरमल भांभू, खुशालचंद और सुमन कुमारी की कंप्यूटर योग्यता डिग्री फर्जी पाई गई है। इन तीनों ने मेघालय के महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से नियमित स्टूडेंट के रूप में डिग्री प्राप्त करना बताया था, जबकि इसी समय के दौरान का इनके पास अनुभव प्रमाण पत्र भी मौजूद था, जिसका अर्थ है कि कंप्यूटर योग्यता डिग्री ऑफ-कैंपस ली गई थी। वहीं, वैभव भाटी का चयन उत्कृष्ट खिलाड़ी पद के विरुद्ध किया गया था, लेकिन उनका खेल प्रमाण पत्र सक्षम स्तर का नहीं पाया गया।



सीईओ जिला परिषद ने बताया कि चारों कार्मिकों का चयन कनिष्ठ लिपिक भर्ती-2013 के तहत हुआ था। 9 अक्टूबर 2025 को जिला परिषद की जिला स्थापना समिति की बैठक में इन कार्मिकों को अपनी योग्यता साबित करने के लिए सुनवाई का अवसर दिया गया था, लेकिन वे निर्धारित कंप्यूटर योग्यता और उत्कृष्ट खिलाड़ी की योग्यता को साबित नहीं कर पाए। इसके परिणामस्वरूप, कंप्यूटर योग्यता डिग्री फर्जी होने और खेल प्रमाण पत्र सक्षम स्तर का नहीं होने के कारण चारों कार्मिकों का चयन निरस्त कर उन्हें नौकरी से हटाने का निर्णय लिया गया।

