श्रीडूंगरगढ़ में विशाल भिक्षु भजन संध्या का आयोजन



श्रीडूंगरगढ़, 5 सितंबर। आचार्य भिक्षु जन्म त्रिशताब्दी वर्ष और भिक्षु चेतना वर्ष के अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ में ‘भिक्षु भावांजलि’ नामक एक विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। यह संगीतमय श्रद्धांजलि कार्यक्रम साध्वी श्री संगीतश्रीजी और साध्वी डॉ. परमप्रभाजी के सान्निध्य में अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
भजन संध्या और कलाकारों की प्रस्तुति
इस भजन संध्या में भक्ति रस की अविरल धारा बही, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। दिल्ली के मुख्य कलाकार पुलकित बरडिया ने अपनी मधुर प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया। उनके साथ साध्वी श्री संगीतश्रीजी, साध्वी कर्तव्ययशाजी, साध्वी श्रेयसप्रभाजी, स्वरलहरी टीम श्रीडूंगरगढ़, सुमित बरडिया, पारुल लूनिया, बोथरा ब्रदर्स, अंजू पारख, संजय झाबक, मोहनलाल सेठिया और तेयुप टीम जैसे कलाकारों ने भी अपने सुरों से शाम को यादगार बना दिया। तेयुप सदस्य सुमित श्यामसुखा ने आचार्य भिक्षु की एक सुंदर तस्वीर बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया, जिसकी सभी ने सराहना की।




आयोजन और उद्देश्य
यह कार्यक्रम तेरापंथ युवक परिषद् और तेरापंथ किशोर मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। परिषद के अध्यक्ष विक्रम मालू ने बताया कि इस संगीतमय श्रद्धांजलि का उद्देश्य श्रद्धालुओं को आचार्य भिक्षु के आदर्शों और स्वभाव से परिचित कराना और ‘भिक्षु चेतना वर्ष’ का संदेश समाज तक पहुँचाना था। कार्यक्रम को स्व. मोहनलाल मालू की पुण्य स्मृति में उनके परिवार द्वारा प्रायोजित किया गया था।


मंत्री पीयूष बोथरा ने बताया कि भजन संध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे और सभी ने भक्ति के इस अद्भुत माहौल का भरपूर आनंद लिया। इस कार्यक्रम में तेरापंथी सभा, महिला मंडल, कन्या मंडल, अणुव्रत समिति और श्री ओसवाल पंचायत सहित विभिन्न संघीय संस्थाओं के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति रही।