अणुव्रत प्रेक्षा ध्यान के माध्यम से सकारात्मक चिंतन



हैदराबाद, 2 सितंबर। महातपस्वी, महायशस्वी युगनायक परम पूज्य आचार्य-प्रवर के प्रताप व आशीर्वाद से प्रबुद्ध शिष्या गवेषणा श्रीजी की प्रेरणा से Penalized output: से निर्मला बैड ने हैदराबाद के GOV. RLD J.R. कॉलेज में अणुव्रत जीवन विज्ञान प्रेक्षा-ध्यान का एक कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की शुरुआत अणुव्रत गीत, भक्तामर पद्म, और तुलसी अष्टकम् के साथ हुई। हुट्टी लेक्चरर नरसारेड्डीजी ने निर्मला का परिचय दिया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बौद्धिक विकास, भावनात्मक विकास और चरित्र सम्पन्नता पर जोर दिया गया। निर्मला ने विद्यार्थियों को मन की शांति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए कुछ प्रेक्षा-ध्यान के प्रयोग करवाए। उन्होंने बताया कि बुरी संगत से विद्यार्थी अपना भविष्य खराब कर सकते हैं, जिसे उदाहरणों के माध्यम से समझाया गया। इसके साथ ही, समय प्रबंधन, सहनशीलता, विनम्रता और कठिन परिश्रम के महत्व पर प्रकाश डाला गया, जो भविष्य को सुंदर और सुखद बनाता है। संयमता के महत्व को रेखांकित करते हुए इंग्लैंड के राजा का उदाहरण दिया गया। यह भी बताया गया कि नशा नाश का द्वार है।




लड़कियों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा गया कि वे दो घरों को संवारती हैं और कॉलेज का नाम रोशन करती हैं। विद्यार्थियों को अपने जीवन को प्रकाशित और सुगंधित बनाने के लिए प्रेरित किया गया। यह भी चर्चा हुई कि थोड़ा सा तनाव या समस्या आने पर विद्यार्थी आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं, जिसके समाधान के लिए प्रेक्षा-ध्यान के प्रयोगों का प्रदर्शन किया गया। प्रिंसिपल का इस कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग रहा।
कार्यक्रम के अंत में हनुमान जिनेंद्र की ओर से कॉलेज को अणुव्रत प्रेक्षा-ध्यान का साहित्य प्रदान किया गया। साथ ही पानी बचाओ, पृथ्वी बचाओ और पर्यावरण बचाओ के स्टिकर तथा नशामुक्ति से संबंधित सामग्री भी वितरित की गई।

