राजस्थान में टैबलेट पर होंगे भर्ती एग्जाम, चल रहा है परीक्षण



बीकानेर, 9 सितंबर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा है कि राज्य में अब भर्ती परीक्षाएँ टैबलेट पर आयोजित की जाएँगी। इसके लिए आईआईटी कानपुर और आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर परीक्षण किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही आने की उम्मीद है।
आलोक राज बीकानेर में ग्रेड-4 की परीक्षा की तैयारियों से जुड़ी एक बैठक में शामिल होने आए थे। उन्होंने बताया कि शुरुआत में 5 से 10 हजार उम्मीदवारों के लिए टैबलेट-आधारित परीक्षाएँ शुरू की जाएँगी, जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के लिए लाखों कंप्यूटरों की ज़रूरत होती है, जबकि वर्तमान में केवल 20,000 ही उपलब्ध हैं। इसलिए टैबलेट एक बेहतर विकल्प साबित होंगे।




नकल और पेपर लीक पर लगेगी लगाम
आलोक राज ने बताया कि टैबलेट-आधारित परीक्षा में नकल और पेपर लीक को रोकने के लिए परीक्षण जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अब डमी उम्मीदवारों की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी। साथ ही, पेपर लीक की समस्या से निपटने के लिए भी कड़े कदम उठाए गए हैं।


उन्होंने कहा कि पेपर की प्रिंटिंग और वितरण प्रक्रिया को पहले से ज़्यादा सुरक्षित बनाया गया है, ताकि अंतिम क्षण तक यह पता न चल सके कि किस केंद्र पर कौन सा पेपर सेट भेजा गया है। सभी परीक्षा केंद्रों को एक घंटे पहले बंद कर दिया जाएगा, और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी।
महिलाओं को मेहंदी ना लगाने की सलाह
अध्यक्ष आलोक राज ने महिलाओं से परीक्षा से पहले हाथों पर मेहंदी न लगाने की अपील की, खासकर उँगलियों के पोर पर, क्योंकि इससे बायोमेट्रिक स्कैनिंग में दिक्कत आती है। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक स्कैनिंग हर हाल में की जाएगी और अगर मेहंदी की वजह से दिक्कत आती है, तो फेस स्कैनिंग का सहारा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सलाह इसलिए दी जा रही है, ताकि उम्मीदवारों को असुविधा न हो।