
राष्ट्रीय कवि चौपाल की 505वीं कड़ी में प्रीत रा परिन्दा गासी.. प्रीत रा गीतड़ला..
राष्ट्रीय कवि चौपाल की 505वीं कड़ी में प्रीत रा परिन्दा गासी.. प्रीत रा गीतड़ला..
राष्ट्रीय कवि चौपाल की 505वीं कड़ी में प्रीत रा परिन्दा गासी.. प्रीत रा गीतड़ला..
उर्दू शायरी में गंगा-जमुनी तहज़ीब, एकता और सद्भावना की खुशबू
बीकानेर बॉयज़ स्कूल के प्रांगण में हिंदी साहित्य सृजन कार्यक्रम
प्रतिभाओं का सम्मान करना समाज का दायित्व है-कमल रंगा
हिन्दी कविता पर परिसंवाद एवं काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन
मरुभूमि शोध संस्थान द्वारा सम्मान घोषणा ,श्रीडॅूंगरगढ़ में होगा आयोजन
मोहता की कविताओं में आम आदमी की पीड़ा बयां करती है- जोशी