सद्गुणों से ही संत की पहचान, केवल वेश धारण करने से कोई साधु नहीं बनता- मुनि कमल कुमार
सद्गुणों से ही संत की पहचान, केवल वेश धारण करने से कोई साधु नहीं बनता- मुनि कमल कुमार
सद्गुणों से ही संत की पहचान, केवल वेश धारण करने से कोई साधु नहीं बनता- मुनि कमल कुमार
ज्ञानशाला के माध्यम से बच्चे जैन संस्कारों को सीखते हैं
तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम बीकानेर के अध्यक्ष बने रतन लाल छलाणी
नवगठित तेरापंथ सभा, उत्तर चेन्नई का हुआ शपथग्रहण