इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 का आयोजन



बीकानेर, 10 अक्टूबर। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 बड़ी उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग द्वारा छात्रों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और तनाव मुक्त जीवन जीने के उपायों को साझा करने के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के उपाय
कार्यक्रम में वक्ताओं ने छात्रों को स्वस्थ मानसिक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि हरजीत सिंह (पूर्व विभागाध्यक्ष) ने छात्रों को बताया कि संतुलित आहार, नियमित दिनचर्या और सकारात्मक सोच मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाते हैं। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य जांचने के तरीके सुझाए और तुरंत मेडिकल सहायता लेने का आग्रह किया।




विभागाध्यक्षा श्रीमती पूजा भारद्वाज ने तनावमुक्त रहने, बेहतर नींद लेने और योग व प्राणायाम को जीवनशैली का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मानसिक शांति के लिए शरीर और मन का संतुलन आवश्यक है।



इनोवेशन सेल के अध्यक्ष राहुल राज चौधरी ने छात्रों को नशे और ऑनलाइन गेमिंग की लत से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली के लिए खेलकूद और व्यायाम को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
डा. जे. एल. बेनीवाल ने सलाह दी कि यदि कोई छात्र किसी समस्या या मानसिक तनाव से जूझ रहा हो, तो उसे तुरंत साथियों, शिक्षकों या परिजनों से बात करनी चाहिए।
आपदा में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच
कॉलेज में इनक्यूबेट किए गए छात्र स्टार्टअप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करन नाहटा ने इस वर्ष की थीम – “आपदा और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच (Access to Services – Mental Health in Catastrophes and Emergencies)” – पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि आपदा या संकट की स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, और यदि समय पर मानसिक सहायता मिल जाए तो बड़े नुकसान से बचा जा सकता है।
उन्होंने समाज से अपील की कि मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति को ‘पागल’ नहीं, बल्कि ‘रोगी’ समझा जाए और उसे आवश्यक चिकित्सा व मानसिक सहयोग प्रदान किया जाए, ताकि वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सके।
कार्यक्रम के दौरान दृष्टि, भावना, डिम्पल, आर्यन, भरत, हरि, दिनेश, प्रवीण, चंदन, लक्ष्य, रोहिणी, निशित इत्यादि छात्रों ने भी अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि सभी अपने और दूसरों के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे और समाज में जागरूकता फैलाएँगे।
