उदयरामसर दादाबाड़ी में भक्ति संगीत संध्या और मेला



बीकानेर, 2 सितंबर। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास द्वारा उदयरामसर की करीब 275 साल पुरानी दादा गुरुदेव जिनदत्त सूरी की दादाबाड़ी में 6 और 7 सितंबर को दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा ने बताया कि 6 सितंबर: भक्ति संगीत संध्या का आयोजन होगा। 7 सितंबर: दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा और मेले का आयोजन होगा। ये सभी कार्यक्रम जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर, मुनि मंथन प्रभ सागर, मीत प्रभ सागर और साध्वी दीपमाला श्रीजी के सान्निध्य में होंगे। मेले की तैयारियां जोरों पर हैं और प्रन्यास के सदस्य घर-घर जाकर लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं। मेले में जैन धर्म के विभिन्न संप्रदायों – खरतरगच्छ, तपागच्छ, पार्श्वचंद्र गच्छ, तेरापंथ, साधुमार्गी संघ और शांत क्रांति संघ के श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।




मंदिरों का जीर्णोद्धार कार्य
हरीश नाहटा ने यह भी बताया कि उदयरामसर दादाबाड़ी के साथ-साथ शहर के कई प्राचीन मंदिरों में भी मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम कराया गया है। इनमें उदयरामसर दादाबाड़ी: गुंबज की चित्रकारी को नया रूप दिया गया है और वासुपूज्य स्वामी के मंदिर में सीढ़ियाँ लगवाई गई हैं। उदासर भगवान सुपार्श्वनाथ मंदिर और रांगड़ी चौक के बोहरों की सेहरी: इन मंदिरों में रंग-रोगन और मरम्मत का काम हुआ है। भांडाशाह मंदिर: भारत सरकार की राष्ट्रीय धरोहर के रूप में संरक्षित इस मंदिर में एक नई दीवार बनाई गई है और पुरातत्व विभाग की अनुमति के बाद अन्य कार्य किए जाएंगे। डागा, सेठिया और पारख मोहल्ले के महावीर भवन: यहाँ भी रंग-रोगन का कार्य करवाया गया है।

