उदयरामसर में दादा गुरुदेव की भक्ति और पूजा



बीकानेर, 6 सितंबर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर म.सा., मुनि मंथन प्रभ सागर, मीत प्रभ सागर और साध्वीश्री दीपमाला, शंखनिधि श्रीजी के सान्निध्य में रविवार को उदयरामसर की दादा गुरुदेव जिन दत्त सूरि की दादा बाड़ी में एक भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान मंत्र जाप, गुरु इकतीसा का पाठ, संगीतमय बड़ी पूजा और प्रसाद का आयोजन किया गया।
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने निभाई भागीदारी
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष हरीश नाहटा ने बताया कि रविवार की सुबह से ही श्रावक-श्राविकाओं का पैदल और वाहनों से दादाबाड़ी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर तक मेले में करीब 7-8 हजार श्रद्धालुओं ने साधार्मिक भक्ति के तहत प्रसाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम में बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों जैसे गंगाशहर, भीनासर, देशनोक, नोखा आदि के साथ-साथ सूरत, मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों के प्रवासी श्रद्धालुओं ने भी हिस्सा लिया।
इस धार्मिक आयोजन में बीकानेर पूर्व की विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी, भाजपा नेता मोहन सुराणा और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। जैन समाज के विभिन्न संघों जैसे खरतरगच्छ, तपागच्छ, पार्श्वचन्द्र गच्छ, साधुमार्गी जैन संघ, तेरापंथ, शांत क्रांत संघ और दिगम्बर जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं ने एकजुट होकर भक्ति का प्रदर्शन किया।




भक्तिमय संगीत और विशेष पूजा
भक्ति संगीत कार्यक्रम में गणिवर्य मेहुल प्रभ सागर, मुनि मंथन प्रभ सागर, बाल मुनि मीत प्रभ सागर, विचक्षण महिला मंडल, सुनील पारख, अरिहंत नाहटा और मोहित गोलछा जैसे कलाकारों ने विभिन्न रागों और भजनों से गुरुदेव की स्तुति की। श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चार के साथ न्हवण, केशर, पुष्प, धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य, फल, वस्त्र और इत्र की पूजा की। इसके बाद दादा गुरुदेव के इकतीसा का सामूहिक पाठ और मंगलदीप व आरती की गई।


मेले के दौरान, श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास की ओर से वृद्ध श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क ई-रिक्शा सेवा और पेयजल व विश्राम की व्यवस्था की गई थी। इस आयोजन को सफल बनाने में जैन संगठनों और पुलिस प्रशासन का भी सहयोग रहा।