राजराजेश्वरी नगर में “Rise and Shine” अनुष्ठान



राजराजेश्वरी नगर , 1 जून। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी संयमलता के पावन सान्निध्य में “Rise and Shine” अनुष्ठान का आयोजन राजराजेश्वरी नगर के तेरापंथ भवन में हुआ। सूर्य के समान तेजस्वी बनने हेतु नमस्कार महामंत्र से शुभारंभ करते हुए साध्वीश्री संयमलताजी ने कहा ‘भारतीय संस्कृति भक्ति प्रधान संस्कृति है। भक्ति का प्राणतत्त्व है– मंत्रो की आराधना। मंत्रों का एक-एक अक्षर ऊर्जा, समृद्धि एवं रोग निवारक होता है। मंत्रों का स्तवन आत्मा के लिए एक अजेय रक्षा कवच है। सारे मनोरथों को सिद्ध करने वाला एवं भक्त को भगवान बनाने की क्षमता रखने वाला है। मंत्रों की साधना से दुःख, क्लेश, रोग, शोक, दरिद्रता आदि सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यह अनुष्ठान हमें तेजस्वीवान बनाने वाला बने।




साध्वी मार्दवश्रीजी ने अनुष्ठान में ‘ॐ’ प्रलम्ब उच्चारण करवाते हुए सभा सदन को मंत्रों की तरंगो से तरंगित किया। स्वयं को ऊर्जावान एवं तेजस्वी बनाने हेतु मुद्रा विज्ञान, स्वर विज्ञान के साथ अनेक मंत्रों का लयबद्धता के साथ जप करवाया। नवकार मंत्र एवं बीजाक्षरों के स्मरण के साथ पूरे वातावरण को शक्ति सम्पन्न बना दिया। आपने बताया ये मंत्र हमारे व्यक्तित्व को पवित्र एवं प्रभावशाली बनाते है। यह अनुष्ठान हमें आध्यात्मिक ऊर्जा, समृद्धि व वैभव से परिपूर्ण बनाने वाला सिद्ध हो।



सुप्रसिद्ध गायक मनीष पगारिया एवं गुलाब बाँठिया ने मंत्रों से युक्त ‘ऋषभाय नमः’ गीत द्वारा मंगलाचरण किया। अध्यक्ष राकेश छाजेड़ ने साध्वीवृन्द के त्रिदिवसीय निष्पत्ति पूर्ण प्रवास हेतु कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए सभी का हार्दिक स्वागत किया। तेरापंथी महासभा से पधारे प्रकाश लोढ़ा की गरिमामयी उपस्थिति रही। संयोजन मंत्री गुलाब बाँठिया ने किया। अच्छी संख्या में उपस्थित श्रावक समाज ने आज इस अनुष्ठान से तेजस्वी तरंगों को महसूस किया।
