प्रेम विवाह बना मौत की वजह, पत्नी की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर युवक ने खाया ज़हर, मौत के बाद गिरफ्तारी

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quicjZaps 15 sept 2025

भरतपुर, 26 जून। राजस्थान के भरतपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां प्रेम विवाह के बाद पारिवारिक अस्वीकार्यता और घरेलू विवादों के चलते एक युवक ने आत्महत्या कर ली। मृतक गौरव सिंह (निवासी बयाना) की पत्नी मोना को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला अटलबंद थाना क्षेत्र का है।

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2017 में किया था प्रेम विवाह, नहीं मिला सामाजिक समर्थन

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गौरव और मोना ने 2017 में परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह किया था। बताया जा रहा है कि मोना के परिजन इस रिश्ते को कभी स्वीकार नहीं कर पाए। दोनों को सामाजिक दूरी और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ा। गौरव के परिजन हालांकि समय के साथ इस रिश्ते को मान्यता देने लगे थे, लेकिन मतभेद कायम रहे।

बेटियों से मिलने गया था गौरव, अपमान का करना पड़ा सामना
1 जून 2025 को गौरव अपनी दो बेटियों से मिलने के लिए ससुराल बापूनगर गया था। वहां कथित तौर पर मोना, उसकी मां मनजीत कौर और दादा शेर सिंह ने उसके साथ मारपीट की और उसे तिरस्कारपूर्ण बातें सुनाई गईं। गौरव पर “मर क्यों नहीं जाता” जैसी टिप्पणी ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया।

ससुराल में ही निगला जहरीला पदार्थ, इलाज से पहले मौत
अपमानित होकर गौरव ने मौके पर ही जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना मिलते ही गौरव के परिजन आक्रोशित हो उठे और पत्नी मोना समेत अन्य परिजनों के खिलाफ हत्या और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई।

पत्नी गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस
FIR दर्ज होने के बाद अटलबंद थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मोना को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कॉल रिकॉर्डिंग जैसे सबूतों के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

गंभीर सामाजिक संदेश
यह घटना एक बार फिर इस सच्चाई को उजागर करती है कि आज भी प्रेम विवाह करने वाले जोड़े सामाजिक और मानसिक दबाव में रहते हैं। सामाजिक अस्वीकार्यता और घरेलू कलह उनके जीवन को संकट में डाल देती है। गौरव की आत्महत्या केवल एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं, बल्कि समाज के उस ढांचे पर सवाल है जो अब भी प्रेम विवाह को सहजता से स्वीकार नहीं करता।

भीखाराम चान्दमल 15 अक्टूबर 2025
mmtc 2 oct 2025

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